पटना : टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों पर आने वाले दिनों में सख्ती और बढ़ेगी. राजभवन ने टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों की त्रि-स्तरीय जांच का फैसला किया है. कॉलेज में किसी भी प्रकार की कमी पायी जाती है तो संबंधित कॉलेज की मान्यता तक रद्द होगी.कुलाधिपति सह राज्यपाल ने एक बार फिर बीएड कॉलेजों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए जांच के निर्देश दिया है.
हाल ही में विभन्नि विश्वविद्यालयों के कुलपति और कुलसचिवों की बैठक में टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों का मामला उठा था.कुलाधिपति के प्रधान सचिव बालाप्रसाद ने विश्वविद्यालयों को राजभवन द्वारा पूर्व में दिए गये आदेश का हवाला देकर टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों का मुद्दा उठाया. कुलपतियों से कहा गया कि पूर्व में भी टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों की जांच को लेकर निर्देश दिए गये थे पर इसमें गति नहीं आयी. निर्देश में कहा गाय था कि वे अपने अधीन चलने वाले टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों से सबसे पहले सेल्फ सर्टिफिकेट प्राप्त करें.
इस सर्टिफिकेट के जरिये कॉलेज की आधारभूत संरचना, फैकल्टी का विवरण, उनका पैन और आधार नंबर का ब्योरा दें. साथ ही कॉलेज लैब-लाइब्रेरी का विवरण तथा उसमें काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या तथा उनका ईपीएफ विवरण कॉलेजों को मुहैया कराये. सेल्फ सर्टिफिकेट के आधार पर सभी विश्वविद्यालय जांच करेंगे और राजभवन को अपनी रिपोर्ट देंगे. राजभवन की कमेटी अंतिम रूप से अपनी जांच करेगी. यह कमेटी रिपोर्ट कुलाधिपति सह राज्यपाल को सौंपेगी.