राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थी की कोई पहचान अब तक एक बार भी नहीं बन पायी है. सिमुलतला के विद्यार्थी इंस्पायर अवार्ड, किशोर विज्ञान प्रतियोगिता, सब्जेक्ट ओलंपियाड आदि राष्ट्रीय स्तर पर होनेवाले प्रतियोगिता में शामिल नहीं होते हैं. विद्यालय स्तर पर भी विद्यार्थी को आगे बढ़ाने का प्रयास नहीं हो पा रहा है. सिमुलतला आवासीय विद्यालय की वर्तमान स्थिति पर छह सदस्यीय कमेटी ने कुछ एेसा ही फीडबैक दिया है.
Advertisement
छह सदस्यीय कमेटी ने दिया फीडबैक, मॉडल पेपर पढ़ कर पास कर रहे सिमुलतला के छात्र
पटना : सिमुलतला आवासीय विद्यालय को भले नेतरहाट के तर्ज पर बनाया गया हो, लेकिन सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों का परफाॅर्मेंस नेतरहाट की तरह नहीं है. विद्यालय में क्वालिटी एजुकेशन का काफी अभाव है. यहां के विद्यार्थी मॉडल पेपर पढ़ कर परीक्षा पास कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थी की कोई पहचान अब […]
पटना : सिमुलतला आवासीय विद्यालय को भले नेतरहाट के तर्ज पर बनाया गया हो, लेकिन सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों का परफाॅर्मेंस नेतरहाट की तरह नहीं है. विद्यालय में क्वालिटी एजुकेशन का काफी अभाव है. यहां के विद्यार्थी मॉडल पेपर पढ़ कर परीक्षा पास कर रहे हैं.
गौरतलब है कि विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी में जमुई के डीएम कौशल किशोर, एसपी जयंतकांत, एससीइआरटी के निदेशक डाॅ संजीवन सिन्हा, शिक्षा विभाग के उपनिदेशक अजीत कुमार, सिमुलतला आवासीय विद्यालय के संस्थापक प्राचार्य डाॅ शंकर कुमार और पूर्ववर्ती छात्र संघ नेतरहाट के अध्यक्ष नवीन कुमार शामिल थे.
30 जून को सौंपी गयी रिपोर्ट
सिमुलतला आवासीय विद्यालय की जांच लगभग एक माह तक चली. छह सदस्यीय टीम ने पहले विद्यालय की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की. इसके बाद 18 पेजों का क्वेश्चनायर तैयार किया. इसे विद्यालय के प्राचार्य के पास भेजा गया. इस क्वेश्चनायर में एकेडेमिक से लेकर प्रशासनिक संबंधित मूलभूत जानकारी को शामिल किया गया था. 25 जून को विद्यालय के प्राचार्य ने क्वेश्चनायर का जवाब तैयार कर उसे टीम को सौंपा. इसके बाद 30 जून को रिपोर्ट तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजी गयी. सरकार की ओर से अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. सिमुलतला आवासीय विद्यालय के संस्थापक प्राचार्य डाॅ शंकर कुमार ने बताया कि सिमुलतला की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है. जांच में कई कमियां देखी गयी हैं. इसमें सुधार करना बहुत ही आवश्यक है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement