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मोहनिया के एसडीएम के बचाव में उतरा आइएएस एसोसिएशन, देर रात कोर्ट में पेश, भेजे गये जेल
पटना : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के कार्यालय में बुधवार को सुबह से रात तक हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. इस ड्रामे का पटाक्षेप देर रात करीब पौने 10 बजे उस समय हुआ, जब यह अंतिम रूप से यह तय हो गया कि मोहनिया में एसडीएम के पद पर तैनात 2013 बैच के आइएएस अधिकारी जितेंद्र […]
पटना : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के कार्यालय में बुधवार को सुबह से रात तक हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. इस ड्रामे का पटाक्षेप देर रात करीब पौने 10 बजे उस समय हुआ, जब यह अंतिम रूप से यह तय हो गया कि मोहनिया में एसडीएम के पद पर तैनात 2013 बैच के आइएएस अधिकारी जितेंद्र गुप्ता को घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया जाये.
इसके साथ ही उन्हें देर रात करीब सवा दस बजे निगरानी के तमाम पदाधिकारियों की कड़ी चौकसी में उन्हें निगरानी की विशेष अदालत में पेश करने के लिए ले जाया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया. एसडीएम के साथ ही उनके दो अन्य सहयोगियों ड्राइवर संजय पांडेय और होमगार्ड के जवान अशोक श्रीवास्तव को भी गिरफ्तार किया गया है.
इस हाइ प्रोफाइल मामले में फंसे आइएएस अधिकारी जितेंद्र कुमार गुप्ता के बचाव में रात तक आइएएस एसोसिएशन के तमाम अधिकारी लगे रहे. इतना ही नहीं, 2013 बैच के कुछ आइएएस अधिकारी भी इनकी पैरवी करने के लिए निगरानी में दिन भर जम रहे. सभी मिल कर इसी प्रयास में थे कि किसी तरह से इन्हें आरोप से मुक्त कर दिया जाये और इनकी गिरफ्तारी नहीं हो. आइएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह भी खुद निगरानी ब्यूरो के दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने किसी तरह का कोई बयान देने से साफ मना कर दिया. निगरानी सूत्रों ने बताया कि तमाम साक्ष्य एसडीएम के खिलाफ होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा.
यह क्या हो रहा है, कोई सेंस है या नहीं
एसडीएम जितेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार करने के बाद जब उन्हें कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया जा रहा था, तो उस समय मीडिया ने उनसे बात करने की कोशिश की और उनका पक्ष जानना चाहा.
इस पर उन्होंने भड़कते हुए कहा कि यह सब क्या हो रहा है, आप लोगों को कोई सेंस है या नहीं. इतना बोल कर वह पूरे आवेग में गाड़ी पर बैठ गये. इसके बाद फिर पूछने पर उन्होंने कहा कि किसी पर आरोप लगने से वह दोषी नहीं हो जाता है. आरोप किसी पर लग सकते हैं. इसके बाद निगरानी की गाड़ी उन्हें लेकर विशेष कोर्ट में पेश करने के लिए चली गयी.
निलंबित होंगे एसडीएम िजतेंद्र गुप्ता
पटना : मोहनिया के एसडीएम व आइएएस अधिकारी जितेंद्र गुप्ता निलंबित होंगे. सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी की अवधि में सरकारी सेवक को निलंबित करने का प्रावधान है. गुप्ता के विरुद्ध जहां निगरानी कोर्ट में मामले की सुनवाई चलेगी, वहीं विभाग इस अवधि में उन्हें निलंबित कर विभागीय कार्यवाही चलायेगी. सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव आमीर सुबहानी ने कहा कि अगर कोई 48 घंटे तक गिरफ्तार रहता है, तो स्वत: निलंबित होने का प्रावधान है.
ट्रैप में आइएएस अफसर के फंसने का पहला मामला
राज्य में यह पहला मामला है, जब किसी आइएएस अधिकारी को ट्रैप में निगरानी ने गिरफ्तार किया है. उन पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए आइपीसी की धारा 7,8,10 और भ्रष्टाचार निवारण निरोध अधिनियम की धारा 13 (2) और 1 (डी) के तहत कार्रवाई की गयी है.
मामला उजागर होने के बाद मोहनिया एसडीएम के घर की मंगलवार को देर रात तक तलाशी ली गयी, जिसमें उनकी कैंपस में खड़ी सरकारी गाड़ी से पकड़े गये चार ट्रकों के पेपर बरामद हुए हैं, जिन्हें ओवरलोडिंग के नाम पर जबरन 80 हजार रुपये की वसूली की जा रही थी. इसी मामले में इनका ट्रैप हुआ है. इसके अलावा चार अन्य ट्रकों के भी कागजात बरामद किये गये हैं. अब तक हुई इनकी जांच में इनसे भी अवैध वसूली की बात प्रतीत होती है.
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