पटना : बिहार देश का पहला राज्य होगा जहां आपदा से निबटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की योजना में विदेश एजेंसियों का सहयोग मिलेगा. यह सहयोग तकनीकी का हस्तांतरण, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपदा से निबटने के लिए पारा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देने, पथ और भवन निर्माण के साथ-साथ किसानों को खेती बारी […]
पटना : बिहार देश का पहला राज्य होगा जहां आपदा से निबटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की योजना में विदेश एजेंसियों का सहयोग मिलेगा. यह सहयोग तकनीकी का हस्तांतरण, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपदा से निबटने के लिए पारा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देने, पथ और भवन निर्माण के साथ-साथ किसानों को खेती बारी की सभी जानकारी दी जायेगी.
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एशियन डिजास्टर प्रीपीयर्डनेस सेंटर (एडीपीसी) और आपदा प्रबंधन विभाग के बीच 11 जुलाई को एमओयू पर हस्ताक्षर होगा. आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ ही पटना में आपदा से निबटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण और आपदा पूर्व चेतावनी सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू करने की जानकारी दी जायेगी.
आपदा से निबटने के लिए तैयारी में होनेवाले खर्च के लिए बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन एक मिलियन डॉलर बिहार सरकार को देगी. इसे पांच साल के अंदर आपदा से निबटने के लिए क्षमता वर्द्धन मद में खर्च किया जायेगा. विभागीय अधिकारी ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण सबसे अधिक प्रभावित खेती बारी हो रही है. बिल गेट्स फाउंडेशन किसानों को अगली फसल के लिए कब खेती की जाये, कौन फसल लगायी जाये, संबंधित वर्ष में कितनी बारिश होगी समेत किसानों को सभी जानकारी दी जायेगी.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिलेगा प्रशिक्षण : अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे आशा वर्कर, नर्स समेत अन्य पारा मेडिकल स्टॉफ को प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि वह आपदा के समय अधिक-से -अधिक लोगों को मदद कर सके.
भवन निर्माण में मिलेगा तकनीकी सहयोग : आपदा प्रबंधन विभाग के साथ फाउंडेशन की समझौता के बाद राज्य में भूकंप समेत अन्य आपदा में सुरक्षित भवन के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग भी मिलेगा. जापान के सेंडई सम्मेलन के सहमति के आधार पर बिहार पहला राज्य है, जहां आपदा से निबटने की व्यापक तैयारी शुरू हो गयी है.