Advertisement
आज से शुरू होगा दूसरा अशरह
एक पड़ाव पूरा. रमजानुल मुबारक के दस दिन पूरे, बाजारों में भी रौनक पटना : रमजान के तीन अशरह में रहमत का पहला अशरह गुरुवार को मुकम्मल हो गया. इसके साथ रोजेदार रमजान के तीन पड़ाव में एक पड़ाव को पूरा कर लिया. उधर, शुक्रवार से दूसरे अशरह की शुरुआत हो गयी. यह मगफिरत का […]
एक पड़ाव पूरा. रमजानुल मुबारक के दस दिन पूरे, बाजारों में भी रौनक
पटना : रमजान के तीन अशरह में रहमत का पहला अशरह गुरुवार को मुकम्मल हो गया. इसके साथ रोजेदार रमजान के तीन पड़ाव में एक पड़ाव को पूरा कर लिया. उधर, शुक्रवार से दूसरे अशरह की शुरुआत हो गयी. यह मगफिरत का अशरह कहलाता है. इस दौरान रोजे रखने वाले गोमिनों को उनके गुनाहों की माफी मिल जाती है. रमजान के पहले दस दिन को रहमत का अशरह, दूसरे दस दिन को मगफिरत का और तीसरे दस दिन को निजात का अशरह कहा जाता है, जिसकी अलग-अलग फजीलतें होती हैं.
रहमत के अशरह का आखिरी दिन गुरुवार है. ऐसे में रोजेदारों को चाहिए कि इस दिन जम कर नमाज पढ़ें और कुरान की तिलावत करें, ताकि अल्लाह की ज्यादा से ज्यादा रहमतें उन पर बरस सकें. वैसे तो रमजान का पूरे महीना ही रहमत का है, लेकिन इस अशरह में अल्लाह की खास रहमतें मोमिनों को मिलती हैं.
मगफिरत पानी है, तो तिलावत रखें जारी: शुक्रवार से मगफिरत का अशरह शुरू हो गया. बहुत से रोजदार शुरुआत में रोजे रख कर छोड़ देते हैं या तरावीह का पहला दौर पढ़ कर तरावीह नहीं पढ़ते. ऐसे में वह रहमतो से तो गुलजार हो गये, लेकिन अपने गुनाहों की मगफिरत नहीं पा सकेंगे. रमजान के दूसरे अशरह में रोजेदारों को उनके गुनाहों की माफी मिलती है. ऐसे में जिन्होंने इस अशरह में तिलावत छोड़ दी, तो वह मगफिरत से महरूम रह जायेंगे.
शुरू होगा दावतों का दौर :रमजान में सबसे ज्यादा इफ्तार की दावतें दूसरे अशरह में ही होती हैं, क्योंकि पहले अशरह में लोग तरावीह व रमजान की शुरुआती इबादत में मशगुल रहते हैं. तीसरे अशरह में लोग ईद की खरीदारी और तैयारियों में मुबतिला हो जाते हैं. ऐसे में ये बीच का अशरह ही इफ्तार और रोजा कुशाई के लिए सबसेबेहतर होता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement