फुलवारीशरीफ : शनिवार को जहां एक ओर आसमान में बादल छाए रहे सूर्य भगवान की लुकाछिपी का खेल जारी रहा, वहीं दूसरी ओर मतदान केंद्रों पर मतों की जम कर बारिश हुई. प्रेक्षकों, सेक्टर मजिस्ट्रेटों , पुलिस पदाधिकारियों आदि की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती ही नजर आयीं. फोन द्वारा किसी समस्या के बताने पर समाधान के लिए ब्लॉक परिसर में कंट्रोल रूम बनाया गया था.
यहां अधिकारी-कर्मी मतदाताओं की समस्या के समाधान के लिए तत्पर दिखे. काफी दूर में फैले बाइपास से लेकर गौरीचक- पुनपुन बांध तक संपतचक प्रखंड की सात पंचायतों भेलवाड़ा-दरियापुर,बैरिया-कर्णपुरा, कन्हौजी-कछुआरा, लंका-कछुआरा,चिपुरा,सोना-गोपालपुर व तारणपुर-कंडाप में इस दौरान ग्रामीण मतदाताओं में मतदान के प्रति भारी उत्साह देखने को मिला.कई मतदान केंद्रों पर गोद में बच्चों को लिए महिलाओं की कतार लगी रही.वहीं, कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या नहीं के बराबर रही.
खुशहालचक,चिपुरा,आच्छेच्क,वरुणा अदि कई इलाकों में मतदान के बजाय लोग प्याज के खेतों में काम करते दिखे. पूछने पर कई ग्रामीणों ने कहा कि पेट का सवाल है ,प्याज नहीं उखाड़ेंगे, तो खायेंगे क्या .वोट तो मुखिया का पेट भरता है.
वहीं, उदैनी, रामपुर , सोहगी, मनोहरपुर, भोगीपुर, पिपरा , बैरिया,दरियापुर आदि इलाके के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ मतदान केंद्रों में उमड़ी रही.
मतदान और उसकी गोपनीयता के प्रति महिला मतदाताओं में उत्साह का आलम यह था कि किसी के पूछने पर यह नहीं जाहिर होने देतीं कि किसके पक्ष में वोट देने आयी हैं. सवेरे सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर ग्रामीण मतदाताओं का आगमन शुरू हुआ, जो समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता चला गया.
मतदाता कतार में मतदान करते देखे गये. गांव के चौपाल पर चुनाव को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थीं, लेकिन वोट ज्यादा किस प्रत्याशी को मिल रहा है इस बारे में कोई अपना मुंह नहीं खोल रहा था. मतदान केंद्रों पर पौने सात बजे से ही महिलाओं ने कतारबद्ध होना शुरू कर दिया था. धूप की परवाह किये बिना ही ग्रामीण मतदाताओं ने घंटों लाइन में खड़े होकर वोट किया.यह मतदान के प्रति वोटरों की जागरूकता का आईना झलक रहा था .