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कार्रवाई की गयी, तो सभी निजी अस्पताल होंगे बंद : आइएमए
पटना : अगर क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को लागू करने के लिए निजी अस्पतालों पर दबाव बनाया जायेगा या कार्रवाई की जायेगी, तो आइएमए इसका विरोध करेगा. आइएमए के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि एक्ट को रद्द करने व संशोधन करने के लिए संगठन ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है. लेकिन, […]
पटना : अगर क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को लागू करने के लिए निजी अस्पतालों पर दबाव बनाया जायेगा या कार्रवाई की जायेगी, तो आइएमए इसका विरोध करेगा. आइएमए के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि एक्ट को रद्द करने व संशोधन करने के लिए संगठन ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है. लेकिन, हाइकोर्ट के फैसला आने के पहले ही स्वास्थ्य विभाग दबाव बना रहा है.
सचिव डॉ हरिहर दीक्षित ने कहा कि अगर किसी भी अस्पताल व क्लिनिक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी, तो सूबे के सभी निजी नर्सिंग होम बंद हो जायेंगे और हड़ताल पर चले जायेंगे. वहीं, आइएमए के उपाध्यक्ष डॉ सुनील सिंह ने कहा कि अगर एक्ट में संशोधन नहीं किया गया, तो आइएमए स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करेगा और वर्तमान एक्ट को रद्द कर नया एक्ट लागू करने की मांग की जायेगी.
जमुई की महिला डॉक्टर के पक्ष में उतरा आइएमए
जमुई जिले में एक प्रसूता के इलाज में डॉक्टर की लापरवाही को सही मान लेना और उसे गिरफ्तार कर लेना अनुचित है. उक्त बातें आइएमए के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहीं. गुरुवार को आइएमए हाॅल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आइएमए के सचिव डॉ हरिहर दीक्षित ने कहा कि डॉ निभा सिन्हा पर एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गयी है, जो गलत है. उन्होंने कहा कि अगर महिला डॉक्टर को न्याय नहीं मिला, तो डॉक्टर एकजुट होकर रणनीति बनायेंगे और चिकित्सा सेवा ठप कर देंगे.
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