पटना : पूरे भारत में जहां भी मेदांता अस्पताल संचालित हो रहा वहां का कल्चर पूरी तरह से कॉरपोरेट है. अस्पताल में गरीब क्या मध्यम वर्गीय मरीज भी अपना इलाज नहीं करा सकते. जिनके पास रुपये की भरमार है वही अस्पताल में जायेगा. यह कहना है आइएमए के अध्यक्ष डॉ सच्चितादंन कुमार का.
मेदांता अस्पताल के विरोध में डॉ सच्चितानंद ने कहा कि बिहार सरकार खुद अपना सरकारी अस्पताल खोले, ताकि सभी मरीजों का इलाज आसानी से हो सके. उन्होंने पीएमसीएच, आइजीआइएमएस आदि अस्पतालों का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां हजारों मरीजों का रोजाना इलाज होता है.