पटना: भारतीय खाद्य निगम के पटना क्षेत्र के महाप्रबंधक सत्यानंद और उपप्रबंधक अमरेश कुमार का केंद्र सरकार की परामर्शदात्री समिति के सदस्यों के साथ मारपीट का मामला गरमाने लगा है.
गांधी मैदान में दर्ज प्राथमिकी के बाद राज्य में एफसीआइ में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी का मामला सामने आया है. परामर्शदात्री समिति के सदस्यों ने घटना का ब्योरा समिति के अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को उपलब्ध कराया है. अध्यक्ष ने इसकी सूचना केंद्रीय खाद्य आपूर्ति व उपभोक्ता मामलों के मंत्री केवी थामस को दी है.
जानकारी के अनुसार मंत्रलय ने एफसीआइ अधिकारियों के व्यवहार को गंभीरता से लिया है. समिति के सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री से हस्तक्षेप करने एवं महाप्रबंधक सत्यानंद और उप प्रबंधक अमरेश कुमार को निलंबित करने एवं गिरफ्तार कराने की मांग की है. बताया गया कि उपप्रबंधक अमरेश कुमार वर्षो से एक ही जगह पर जमे हैं और उनके संरक्षण में गड़बड़ी चल रही है. परामर्शदात्री समिति के सदस्यों का कहना है कि एफसीआइ के कार्यालय में दलाल, चावल मिल मालिक तथा ट्रांसपोर्टर व ठेकेदारों का गंठजोड़ है. इस कारण निगम को आर्थिक क्षति हो रही है. मंत्री सुरेंद्र राम ने बताया कि महाप्रबंधक सत्यानंद और उपप्रबंधक अमरेश कुमार की जानकारी में री- साइकिलिंग के नाम पर गेहूं और चावल की कालाबाजारी हो रही है. बोरा खरीद में भी गड़बड़ी उजागर हुई है.