पटना: मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने सभी जिलों के डीएम व एसपी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि राज्य में हर हाल में अमन चैन का माहौल रहना चाहिए. क्राइम कंट्रोल को प्राथमिकता देनी है. सांप्रदायिक सद्भाव बना रहे इसके लिए हर कोशिश होनी चाहिए. बुधवार को मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा और डीजीपी अभयानंद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर राज्य की विधि-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की.
हर दूसरे सोमवार को होगी समीक्षा : उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होना है. चुनाव के पूर्व सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश असामाजिक तत्वों के द्वारा की जा सकती है. इसकी आशंका है. खुफिया एजेंसियों ने भी राज्य सरकार को स्थिति पर नजर रखने को कहा है. इसके मद्देनजर सभी जिलों को अलर्ट किया गया है.
मुख्य सचिव ने बताया कि वह स्वयं हर पखवारे सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करेंगे. उनके साथ डीजीपी, गृह विभाग के प्रधान सचिव, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जोनल आइजी और डीआइजी मौजूद रहेंगे.
बैठक में मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा के अलावा गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी अभयानंद, एडीजी मुख्यालय रवींद्र कुमार, बिहार राज्य पुलिस भवन निर्माण निगम के एमडी सह एडीजी सुनील कुमार मौजूद थे.
अवैध कारोबार पर रखें पैनी नजर
सभी जिलों के डीएम-एसपी को कहा गया है कि पूर्व में घटित सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में संलिप्त लोगों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति के कितने मामले लंबित हैं. घटित अपराध का वर्गीकरण की हर पखवारा मुख्य सचिव व पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है. इतना ही नहीं अवैध शराब के कारोबार व उसकी बिक्री में लगे लोगों के खिलाफ राज्य व्यापी अभियान चलाने को कहा गया है. जिन जिलों में अवैध हथियार निर्माण की फैक्टरी है, उसे हर हाल में बंद कराने का भी निर्देश दिया गया है. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वारंटी व गैर वारंटी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है. मुख्य सचिव ने नेपाल से सटे सीमावर्ती जिलों तथा यूपी व झारखंड से लगे जिलों में आपराधिक व नक्सली गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए कहा है.