मोकामा: टाल इलाके में पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर तेल निकालने व टैंकरों में भर कर बाजार में बेचनेवाले गिरोह का पुलिस ने उद्भेदन किया है. गिरोह के आठ सदस्य फिलहाल चिह्न्ति किये गये हैं . चोरी के पेट्रोलियम पदार्थो की खरीदारी करनेवालों की भी पहचान कर ली गयी है. पुलिस की छापेमारी अब भी जारी है.
एसडीपीओ ने किया खुलासा
एसडीपीओ राज किशोर सिंह ने तेल माफियाओं के कारनामों का खुलासा करते हुए बताया कि अब तक पांच लोग गिरफ्तार किये गये हैं. सबों ने अपना जुर्म कबूल किया है. एसडीपीओ ने बताया कि सिखारीचक के गरीब सिंह और अरुण सिंह बतौर सरगना इस गोरखधंधे का संचालन करते थे. छापेमारी में श्याम कुमार उर्फ सेठिया (सिखारीचक), शंभू सिंह (मरांची), अमित सिंह (मरांची), दिवाकर यादव (गोसांईं गांव) व आशुतोष उर्फ आशु (सिखारीचक) को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने ड्रिलिंग पाइप, उपकरण, 50 हजार रुपये व एक बाइक भी बरामद किये.
बैठक कर रहे थे
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार लोगों का जुटान गरीब सिंह के घर पर हुआ था. धंधेबाज बैठक कर फिर से पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर तेल निकालने की साजिश रच रहे थे. पहले से पुलिस द्वारा गिरफ्तार सेठिया की निशानदेही पर पुलिस ने दबिश बढ़ा दी. छापेमारी में मोकामा के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, दारोगा कृष्णनंदन कुमार सिंह व दारोगा चंद्रशेखर कुमार शामिल थे.
दिवाकर यादव हथियार के साथ तेल निकालने के दौरान पहरा देता था. एसडीपीओ ने बताया कि अब तक तीन टैंकरों तेल की चोरी की बात धंधेबाजों द्वारा बतायी गयी है. गिरफ्तार धंधेबाजों ने बताया कि एक टैंकर तेल लगभग छह लाख में बिकता था. मोर टाल से तेल चुराने के बाद गरीब सिंह टैंकर को बेगूसराय ले जाता था. श्यामा उर्फ सेठिया ने बताया कि तेल निकालने के लिए उसे 25 हजार रुपये मिलते थे.
दिवाकर यादव को भी इतने ही रुपये मिलते थे. मोकामा के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस गिरोह को पकड़ना एक चैलेंज था क्योंकि पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे थे. थानाध्यक्ष ने बताया कि अरुण सिंह, गरीब सिंह के घर से उपकरण, दिवाकर यादव से 25000, अमित कुमार, शंभू सिंह से दस-दस हजार तथा आशु के पास से पांच हजार रुपये मिले हैं.