पहले सपना दिखा दो, फिर जब उसे पूरा नहीं कर सकते हैं, तो ऐसी बहस छेड़ दो कि सभी उस पर डिबेट करते रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति पर बहस नहीं हो रही है. कहा जा रहा है कि अमेरिका और दुनिया में ऐसा ही होता है और यही माहौल है. अमेरिका में राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी ऐसी ही बात कर रहे हैं. उन्होंने लॉर्ड मेघनाद देसाई की ओर इशारा करते हुए कहा कि दुनिया घूमते हैं, वह इस पर ज्यादा जानते होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा, हम काम करना चाहते हैं व हमारी सरकार काम कर रही है. 12% आउट ऑफ स्कूल के बच्चों का आंकड़ा 0.86% आ गया है. लड़कियों के लिए पोशाक व साइकिल योजना शुरू हुई. इससे नौवीं कक्षा में लड़के-लड़कियां एक अनुपात में हैं. सेल्फ हेल्प ग्रुप में हम काफी पीछे थे, पर बिहार ने इसे जिस ढंग से अपनाया देश अपना रहा है.
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हर हाल में मिले विशेष दर्जा : नीतीश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की एक बार फिर जोरदार तरीके से वकालत की और कहा कि हर हाल में यह दर्जा मिलना मिलना चाहिए. एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) के रजत जंयती समारोह पर आयोजित पांच दिवसीय व्याख्यानमाला का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की एक बार फिर जोरदार तरीके से वकालत की और कहा कि हर हाल में यह दर्जा मिलना मिलना चाहिए. एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) के रजत जंयती समारोह पर आयोजित पांच दिवसीय व्याख्यानमाला का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष दर्जा मिलने से केंद्रीय करों में छूट मिलेगी और बड़े उद्योग लग सकेंगे. पैसा, पैकेज या फिर री-पैकेजिंग मिले, यह हमारे लिए बोनस है, लेकिन औद्योगिकरण के लिए विशेष दर्जा जरूरी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक सहयोग नहीं करेगी, बिहार का विकास करने में परेशानी होगी. राज्य में आज औद्योगिक प्रगति हो रही है, लेकिन रफ्तार नहीं है. उसे रफ्तार देने के लिए ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में एक माहौल बना है. लोग इसे डेस्टिनेशन के रूप में देख रहे हैं और बिहार में लोगों की दिलचस्पी है. बिहार में बुरा होता है, तो उससे लोगों को पीड़ा होती है. लेकिन, बुरा से ज्यादा उसकी बुराई होती है. सीएम ने कहा कि केंद्री की सत्ता में जो भी रहा है, चाहे वह देश की आजादी के पहले या आजादी के बाद हो, बिहार के साथ न्याय नहीं हुआ है. बिहार भारत के गरीब तबके के राज्यों में एक है. यह आर्थिक मामलों में कमजोर है, लेकिन बौद्धिक तौर पर कमजोर नहीं है.
काम करना नहीं है, तो किसी को रखा जा सकता है इंगेज
मुख्यमंत्री इस मौके पर केंद्र सरकार पर भी जम कर निशाना साधा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर कहा कि काम नहीं करना है, तो किसी को भी इंगेज (व्यस्त) रखा जा सकता है. बुद्धिजीवी से लेकर आम लोगों को इंगेज रखा जा सकता है. देश में यही चल रहा है. फिलहाल राष्ट्रभक्ति का माहौल चला है. सभी उसी के डिबेट (बहस) में है. कोई समर्थन में, तो कोई विरोध में डिबेट कर रहा है. रोजगार सृजन, जो हाशिये पर है, उसे मुख्य धारा में जोड़ने की बात कोई नहीं कर रहा है.
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