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424 की जगह होंगी 121 मधुशाला
सख्ती. नगर निगम और नगर पर्षद में ही खुलेंगी विदेशी शराब दुकानें निगम के पदाधिकारी ढूढ़ेंगे इन दुकानों के लिए स्थान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूरे प्रदेश में शराबबंदी की घोषणा के कारण पटना जिले में अब 121 शराब दुकानों को ही लाइसेंस मिलेगा रविशंकर उपाध्याय पटना : शराब के शौकीनों के लिए पटना में […]
सख्ती. नगर निगम और नगर पर्षद में ही खुलेंगी विदेशी शराब दुकानें
निगम के पदाधिकारी ढूढ़ेंगे इन दुकानों के लिए स्थान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूरे प्रदेश में शराबबंदी की घोषणा के कारण पटना जिले में अब 121 शराब दुकानों को ही लाइसेंस मिलेगा
रविशंकर उपाध्याय
पटना : शराब के शौकीनों के लिए पटना में अभी कुल 424 लाइसेंसी दुकानें हैं, जहां देसी और विदेशी शराब बेची जाती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूरे प्रदेश में शराबबंदी की घोषणा के कारण पटना जिले में अब केवल 121 दुकानों को ही लाइसेंस मिलेगा, जहां पर विदेशी शराब मिलेगी.
केवल नगर निगम और नगर पर्षद में ही ये विदेशी शराब की दुकानें खुलेंगी. सरकार के निर्णय के कारण पटना में सभी 424 लाइसेंसी दुकानें पूरी तरह बंद हो जायेंगी. उत्पाद विभाग के पटना कार्यालय ने जिले के पटना नगर निगम के साथ ही छह और नगर पर्षदों के शीर्ष पदाधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि वे अपने इलाके में तय विदेशी शराब की दुकानों की संख्या के अनुसार जगह तलाश कर जल्द-से-जल्द सूचित करें. नये वित्तीय वर्ष के पहले वहां पर विदेशी शराब की दुकान खुल जायेगी, ताकि एक अप्रैल से वहां पर दुकान शुरू हो जाये.
पटना में 19 लोगों के पास है लाइसेंस
विदेशी शराब के राॅ मैटेरियल, इंटरमेडिएट या फाइनल गुड्स का परिवहन वैसे ही ट्रकों द्वारा करें जो विभाग द्वारा निबंधित होंगे. जिले में 19 लोगाें के पास वितरण के लाइसेंस के कुल 22 परिसर हैं. जहां वैसी विदेशी शराब मंगायी जाती है. यह बोतलों में ही बंद होकर बिहार राज्य के बाहर से आती है.
एक अप्रैल से जिस वाहन का प्रयोग शराब को लाने अथवा भेजने में किया जाय वह वाहन विभाग द्वारा निबंधित होना चाहिए, साथ ही उसमें जीपीएस तथा डिजीटल लॉक की व्यवस्था हो. नारकोटिक्स अधिनियम के तहत निर्मित औषधियों की थोक एवं खुदरा बिक्री के लिए इन दवाओं के बिक्री का लेखाजोखा को जांच करना सुनिश्चित एवं इसका दुरूपयोग मादक द्रव्य के रूप में न हो इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी एवं वरीय उप समाहर्ता मद्य निषेध को नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे.
अवैध शराब की रोकथाम के लिए गंगा में गश्ती
अवैध शराब की रोकथाम के लिए प्रशासन ने जमीन से लेकर पानी तक निगरानी शुरू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. जिला प्रशासन पारंपरिक नावों के साथ ही दो मोटर बोट से गंगा नदी में निगरानी करेगा. मार्च में 15 तारीख तक सभी जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद मार्च के अंत से गश्ती शुरू हो जायेगी, ताकि न तो सड़क और न ही पानी के रास्ते किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि संभव हो.
देशी शराब वितरण पर होगी कड़ी नजर
पटना में बीयर बनाने और विदेशी शराब का कारोबार करने वाले ब्रिवरेज कंपनी अपने परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगवायेगी. गाड़ियों में जीपीएस होगा और डिजिटल लॉकर भी ताकि हर गतिविधि कैद होती रहे.
डिजीटल लॉक का पासवर्ड मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से उपलब्ध होगा. नयी उत्पाद नीति के क्रियान्वयन के लिए ब्रिवरेज कंपनी सीसीटीवी लगाने के साथ ही उसे इंटरनेट के माध्यम से विभागीय कंट्रोल रूम से जोड़ेगी. ब्रिवरेज परिसर में उत्पाद पदाधिकारी भी पदस्थापित किये गये हैं. प्रत्येक महीने इन उत्पाद पदाधिकारियों तथा ब्रिवरेज के साथ बैठक के साथ समीक्षा होगी.
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