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चार डायलिसिस मशीनें खराब

पीएमसीएच. वेटिंग लिस्ट लंबी, प्राइवेट अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज आनंद तिवारी पटना : पीएमसीएच में डायलिसिस की चार मशीनें पिछले कई महीने से खराब हैं. इससे किडनी फेल्योर की समस्या से पीड़ित मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. पीएमसीएचम में डायलिसिस की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है, लेकिन प्राइवेट में डायलिसिस कराने पर तीन […]

पीएमसीएच. वेटिंग लिस्ट लंबी, प्राइवेट अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज
आनंद तिवारी
पटना : पीएमसीएच में डायलिसिस की चार मशीनें पिछले कई महीने से खराब हैं. इससे किडनी फेल्योर की समस्या से पीड़ित मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. पीएमसीएचम में डायलिसिस की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है, लेकिन प्राइवेट में डायलिसिस कराने पर तीन से चार हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं.
इस कारण एक ओर जहां मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है, वहीं कुछ मरीजों की मौत के मामले भी सामने आये हैं. पीएमसीएच में डायलिसिस के लिए कुल 10 मशीनें हैं, लेकिन चार के खराब से होने से सभी मरीजों की डायलिसिस समय पर संभव नहीं हो पाती है. सूबे का सबसे बड़ा अस्पताल होने के चलते यहां रोजाना बड़ी संख्या में किडनी रोग के मरीज आते हैं. मरीज अधिक और मशीन कम होने से वेटिंग अधिक लंबी हो गयी है. इस कारण कुछ ऐसे मरीजों की मौत हो गयी, जिनकी अवस्था गंभीर थी और उन्हें तत्काल डायलिसिस की जरूरत थी. इसमें कदमकुआं की रहने वाली चिंता देवी भी शामिल हैं. समय पर डायलिसिस न होने से इसी महीने के शुरुआती दिनों में उनकी मौत हो गयी थी. अन्य मरीजों को डायलिसिस के लिए एनएमसीएच या प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है.
क्या काम करती है डायलिसिस मशीन
डायलिसिस मशीन के जरिये किडनी का काम किया जाता है. इससे मरीज के रक्त को साफ किया जाता है. किडनी फेल्योर की समस्या से पीड़ित मरीज का नियमित डायलिसिस के बिना जीवित रहना मुश्किल है. गंभीर स्थिति में पहुंच चुके कुछ मरीजों को हर सप्ताह डायलिसिस की जरूरत पड़ती है. एक बार डायलिसिस करने में चार से पांच घंटे का समय लगता है.
मरीजों की पीड़ा
मेरी दोनों किडनी खराब हो गयी हैं. आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मैं पीएमसीएच में इलाज कराने आता था. लेकिन मशीन खराब होने के चलते डायलिसिस नहीं हो पायी. मजबूरन मुझे एनएमसीएच जाना पड़ रहा है.
शंकर दूबे, मरीज
जब सभी मशीनें काम कर रही थी, तो सहजता से मेरी डायलिसिस हो जाती थी. लेकिन पिछले कुछ महीनों से मशीन खराब होने के कारण यहां मुझे चक्कर काटने पड़ रहे हैं. इस बार मुझे प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस करानी पड़ी.
सुजीत कुमार, मरीज
क्या कहते हैं अधिकारी
खराब मशीनों को जल्द ठीक कराया जायेगा. इसके लिये अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. मरीजों को 10 दिन के अंदर सुविधा मिलने लगेगी.
डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक, पीएमसीएच

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