दो साल पुराना है दोनों का संबंध
पटना : कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ और निधि के रिश्ते दो साल पुराने हैं. दोनों ने चोरी-चुपके एक साथ ट्रेन से यात्रा की और शिमला के एक होटल में भी ठहर चुके हैं. इसका दावा निधि के पिता अभय सिंह ने किया है.
सबूत के तौर पर ट्रेन का रिजर्वेशन टिकट, टूर एंड ट्रैवल्स का बिल और होटल में ठहरने का बिल है, जो निधि के बैग से उसके पिता काे मिला है. इस घटना से गहरे सदमे में डूबे पिता ने कहा कि विधायक ने हमें कहीं का नहीं छोड़ा. पैसा और रसूख का इतना दबाव है कि उनकी कोई नहीं सुन रहा.
दरअसल दवा-इलाज के संबंध में सिद्धार्थ के करीब निधि पहुंची थी. इसके बाद पैसा-रूतबा दिखा कर सिद्धार्थ ने उसे अपने साथ जोड़ लिया.
दोनों दो साल पहले करीब आये, तब सिद्धार्थ विधायक नहीं थे. लेकिन शहर के मशहूर डॉक्टर उत्पलकांत का बेटा किसी के परिचय का मोहताज नहीं था. निधि के पिता अभय सिंह का कहना है कि वर्ष 2014 में दोनों के संबंध प्रगाढ़ हो गये. 26 अप्रैल, 2014 को दोनों पटना से दिल्ली गये. दिल्ली से पठानकोट के लिए दोनों ने एसी-2 क्लास में यात्रा की.
इसके बाद 28 अप्रैल को त्रिशूल टूर एंड ट्रेवेल्स से गाड़ी बुक कर दोनों पठानकोट से शिमला पहुंचे. अभय ने दावा किया कि ट्रेन का रिजर्वेशन टिकट व अन्य बिल उनके पास मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि दोनों के संबंध पुराने हैं. पंकज से शादी की बात को उन्होंने नाटक बताया. आरोप है कि हाइप्रोफाइल मामला है और इसे बड़े स्तर पर मैनेज किया गया है.
सिद्धार्थ और निधि ऐसे आये संपर्क में
निधि विक्रम इलाके में अपने ननिहाल में रहती थी. उसने पिछले साल इंटर की परीक्षा पास की. सिद्धार्थ विक्रम विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय थे. अभय सिंह का कहना है कि विधायक की तरफ से नेत्र शिविर लगवाया जा रहा था.
इसी बीच वर्ष 2014 में निधि अपनी नानी की आंख का ऑपरेशन कराने के लिए विधायक से मिली थी. शिविर में उसकी नानी की आंख का ऑपरेशन कराया गया. इसी दौरान विधायक ने निधि का नंबर ले लिया और बातचीत के क्रम में उसे बहला-फुसला कर उससे संबंध बनाया. तभी से निधि उनके संपर्क में है.
पिता के ये आरोप
पिछले महीने हनुमान नगर, पटना में रात में अभय को विधायक ने राइफल दिखा कर दी थी धमकी.
धमकी से अभय परिवार समेत डेरा छोड़ कर चले गये मसौढ़ी
धमकी मामले में एसपी पूर्वी को अभय ने दिया था लिखित आवेदन, पर नहीं हुई कार्रवाई.
जनवरी में कंकड़बाग के पार्वती हॉस्टल के फर्स्ट फ्लोर पर विधायक ने निधि को छुपा रखा था