हम इसका विरोध करते हुए चार जनवरी को कोर्ट खुलते ही अवमाननावाद दायर करेंगे. नियमों को ताक पर रखते हुए अधिसूचना जारी की गयी है. यदि हमारे डिप्टी मेयर ने सरकारी सुविधाएं नहीं ली, तो इसका मतलब यह तो नहीं हुआ कि हमें अपमानित किया जाये.
इधर इस मसले पर डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता ने कहा कि वह आभा लता की बातों का जवाब देना उचित नहीं समझते. लेकिन, अमरावती देवी को बरगलाया जा रहा है. सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं. हमारी जीत कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रही है. इससे कुछ नहीं होनेवाला है.