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जमीन हैंडओवर नहीं होने से वाणज्यि कॉलेज के नये भवन का नर्मिाण लटका

जमीन हैंडओवर नहीं होने से वाणिज्य कॉलेज के नये ‌भवन का निर्माण लटका – सैदपुर में जमीन एलॉट पर नहीं मिला ऑथराइजेशन लेटर – इस वजह से कॉलेज नहीं कर पा रहा आगे की कार्रवाईसंवाददाता, पटना पटना विश्वविद्यालय के वाणिज्य कॉलेज को सैदपुर में जमीन मिल चुकी है, लेकिन जमीन हैंडओवर नहीं होने से कॉलेज […]

जमीन हैंडओवर नहीं होने से वाणिज्य कॉलेज के नये ‌भवन का निर्माण लटका – सैदपुर में जमीन एलॉट पर नहीं मिला ऑथराइजेशन लेटर – इस वजह से कॉलेज नहीं कर पा रहा आगे की कार्रवाईसंवाददाता, पटना पटना विश्वविद्यालय के वाणिज्य कॉलेज को सैदपुर में जमीन मिल चुकी है, लेकिन जमीन हैंडओवर नहीं होने से कॉलेज उसके लिए अपना अलग भवन नहीं बना पा रहा है. करीब आठ साल पहले ही कॉलेज के नये भवन के लिए जमीन का एलाॅटमेंट पीयू के द्वारा कर दिया गया. नोटिफाई भी हो गया, लेकिन कॉलेज को अब तक जमीन का ऑथराइजेशन लेटर नहीं मिल पाया है. कॉलेज इसकी मांग कर चुका है, ताकि ‌भवन का काम करा सकें. छह-आठ कमरों में चल रहा कॉलेज वाणिज्य कॉलेज जबसे अस्तित्व में आया है, तब से वह पटना कॉलेज कैंपस में ही शरण लिये हुए है. मात्र छह-आठ कमरों में यह कॉलेज चलता है. इसके अलावा कॉलेज के पास और कुछ नहीं है, जबकि कॉलेज को उन सभी सुविधाओं की जरूरत है, जो किसी सामान्य कॉलेज में होती है. जैसे लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास, हॉल, मीटिंग रूम, कंप्यूटर रूम, स्टाफ रूम, ऑफिस के लिए कमरे और काउंटर आदि, लेकिन कॉलेज जैसे तैसे चल रहा है. यह कॉलेज पहले पटना कॉलेज का ही कॉमर्स डिपार्टमेंट हुआ करता था. काॅलेज बनने के बाद भी यह एक डिपार्टमेंट से ही कम जगह में चल रहा है. इसी भवन में सोशल साइंस पीजी की भी पढ़ाई होती है. प्राचार्य प्रो बीएन पांडे के अनुसार भवन बनाने में कॉलेज पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग भारत सरकार से मदद लेंगे. इसके अतिरिक्त राज्य सरकार से भी मदद लेंगे. उन्होंने कहा कि कॉलेज के पास अपना भी फंड है, जिसका प्रयोग भवन निर्माण में किया जा सकता है. पूर्ववर्ती छात्रों से भी मदद लेने की काॅलेज की योजना है. उन्होंने कहा कि यूजीसी भी कहती है कि आप जमीन दिखाइये, प्लान भेजिए और ग्रांट लीजिए. चूंकि हमारे पास जमीन ही नहीं है, तो हम क्या प्रस्ताव यूजीसी को भेजें. अगर विवि ऑथराइजेशन लेटर भेज देती है, तो हम आगे कुछ कर सकते हैं. इस संबंध में रजिस्ट्रार से वार्ता हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है. इस संबंध में पीयू के इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर प्रवीण कुमार आर्या ने कहा कि जल्द ही कॉलेज को ऑथराइजेशन लेटर भेज दिया जायेगा. इसकी प्रक्रिया चल रही है.

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