पटना: सौ किलो गांजे के साथ आरपीएफ के नकली दारोगा प्रमोद कुमार सिंह को पुलिस ने रविवार की देर रात चिरैयाटांड़ पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया. प्रमोद बक्सर के सेमरी थाने के हल्लापुर गांव का रहनेवाला है. पुलिस ने उसके पास से एक बड़ी अटैची व एयर बैग में छोटे-छोटे पैकेट में रखे करीब सौ किलो गांजा, दो सिम कार्ड, एक मोबाइल फोन, एक जोड़ी आरपीएफ की खाकी वरदी, आरपीएफ के दो बैज, सब इंस्पेक्टर का डोरा, रिबन, बेल्ट व दो स्टार भी बरामद किये हैं.
पुलिस पर जमा रहा था धौंस : एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि एक ऑटो से चिरैयाटांड़ पुल होते हुए स्टेशन की ओर गांजा तस्कर जानेवाला है. सूचना के बाद गांधी मैदान थाने के सहायक अवर निरीक्षक परशुराम सिंह को घेराबंदी के लिए भेजा गया. ऑटो जैसे की पुल के समीप पहुंचा, परशुराम ने ऑटो रोका तो उसमें खाकी वरदी में प्रमोद बैठा मिला.
जब पुलिस उसकी तलाशी लेने लगी, तो वह धौंस जमाने लगा कि वह आरपीएफ का सब इंस्पेक्टर है. इसी बीच वहां गांधी मैदान थानाध्यक्ष राज बिंदु प्रसाद भी पहुंच गये. प्रमोद को थाने लाया गया. उसकी तलाशी ली गयी, तो सच्चई सामने आ गयी. एसएसपी ने कहा कि प्रमोद को पकड़नेवाले सहायक अवर निरीक्षक परशुराम सिंह को दो हजार रुपये का इनाम दिया गया.
लंबे समय से जुड़ा था तस्करी से : पूछताछ में प्रमोद ने बताया कि वह आरपीएफ का नकली सब इंस्पेक्टर बन कर गांजे की तस्करी करता था. वह लंबे समय से इस गोरखधंधे को कर रहा था. वह ट्रेन से गुवाहाटी से सिर्फ पांच सौ रुपये किलो गांजा लाता था.
पांच सौ रुपये में खरीद कर इसे प्रमोद 12 सौ रुपये किलो बेचा करता था. वह गांजे को काले पॉलीथिन में इस तरह से पैक कर रहा था कि उससे जल्द महक नहीं निकलती था. गांजे के पैकेट को नौ किलो, पांच किलो, पांच सौ ग्राम, साढ़े चार सौ ग्राम व ढाई सौ ग्राम के पैकेट बना रखे थे. इन पैकेटों को वह बक्सर के विभिन्न इलाकों में ले जाकर बेचा करता था.