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बाहरी नहीं, लोकल को ही मिलेगा घर
विभागीय प्रधान सचिव ने यारपुर में बन रहे भवनों का किया निरीक्षण, कहा जी+3 फ्लोर का बनाया जा रहा है भवन, अगले एक वर्ष में बन कर होगा तैयार पटना : शहरी गरीबों को मकान मुहैया करना है, इसको लेकर राजीव गांधी आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर शहरी गरीब को मकान […]
विभागीय प्रधान सचिव ने यारपुर में बन रहे भवनों का किया निरीक्षण, कहा
जी+3 फ्लोर का बनाया जा रहा है भवन, अगले एक वर्ष में बन कर होगा तैयार
पटना : शहरी गरीबों को मकान मुहैया करना है, इसको लेकर राजीव गांधी आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर शहरी गरीब को मकान मुहैया कराया जायेगा. इस योजना पर राजधानी के यारपुर स्लम बस्ती में कार्य प्रारंभ किया गया है.
रविवार को नगर आवास विकास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा सुबह साढ़े दस बजे यारपुर निर्माण स्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंच गये. निरीक्षण के दौरान यारपुर स्लम बस्ती में रहनेवाले लोगों से समस्या पूछा और कहा कि जितना जल्दी जमीन खाली होगा, उतना जल्दी आप लोगों को पक्का मकान मुहैया करायेंगे.
स्लम बस्ती में रहनेवाले लोगों ने प्रधान सचिव को आश्वासन दिया कि शीघ्र जमीन खाली कर देंगे, लेकिन यहीं के रहनेवालों को मकान मिलना चाहिए. इसके जवाब में प्रधान सचिव ने कहा कि यहां रहनेवाले लोगों की सूचीतैयार की जा रही है. यह सूची आप लोगों के समक्ष भी प्रस्तुत की जायेगी. उन्होंने कहा कि बाहरी नहीं, बल्कि यहीं के लोगों को मकान मिलेगा.आप सहयोग करें.
439 फ्लैटों का किया जायेगा निर्माण
यारपुर के मुसहरी में अब तक 170 लोगों के मकान तोड़े जा चुके हैं. वहीं, एक-दो व्यक्ति मकान खाली नहीं कर रहे हैं. प्रधान सचिव भूखंड पर भी पहुंचे और जिनके मकान हैं, उनसे बात की. लोगों ने कहा कि हम मकान तोड़वाने के लिए तैयार हैं, लेकिन मकान हमें ही मिलना चाहिए.
इस पर प्रधान सचिव ने कहा आप लोगों के लिए ही मकान बनाया जा रहा है, कोई बाहरी के लिए नहीं. इस स्थान पर जी+3 फ्लोर के बिल्डिंग होगा, जिसमें कुल 439 फ्लैट होंगे, जो अगले एक वर्ष में बन कर तैयार हो जायेंगे. भवन बनने के बाद जिन लोगों के नाम सूची में दर्ज होंगे, उन लोगों को फ्लैट मुहैया कराया जायेगा.
पानी व शौचालय की दूर होगी समस्या
प्रधान सचिव जैसे ही स्लम बस्ती में प्रवेश किया, तो वहां के लोगों ने उन्हें घेर लिया. सभी अपनी-अपनी समस्याएं गिनाने लगे. लीला देवी और बुलबुल देवी ने कहा कि वर्ष 1990 में पीआरडीए ने हमलोगों के लिए घर बनाया, जो दस वर्षों में ही जर्जर हो गया है. इस मकान को भी दुरुस्त करा दें. एक भी मकान रहने लायक नहीं है. बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है.
वहीं ग्राउंड में जलजमाव की समस्या है. इतना ही नहीं, पीने के पानी और शौचालय तक की सुविधा नहीं है. कम-से-कम पेयजल व शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करा दें. इस पर प्रधान सचिव ने कहा कि इस समस्या को भी शीघ्र दूर करायेंगे. निरीक्षण के दौरान बुडको एमडी एनके सिंह, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह के साथ कई अधिकारी मौजूद थे.
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