पटना : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने काम नहीं करनेवाले डॉक्टरों को सख्त चेतावनी दी है. शनिवार को पीएमसीएच व एनएमसीएच के अधिकारियों के साथ बैठक में प्रधान सचिव ने साफ कहा कि काम करने की इच्छा नहीं रखनेवाले डॉक्टर तत्काल प्रभाव से वीआरएस ले लें. नौकरी की है, तो ड्यूटी तो करनी ही होगी. सभी डॉक्टर अस्पताल प्रशासन द्वारा तैयार रोस्टर के मुताबिक सुबह-शाम अपनी ड्यूटी करेंगे. औचक निरीक्षण में जो भी डॉक्टर गायब मिलेगा, उस पर विभाग अपने स्तर से कार्रवाई करेगा.
काम न करनेवाले डॉक्टरों का होगा तबादला : महाजन ने दोनों अस्पतालों के अधीक्षक व प्राचार्य से काम न करनेवाले डॉक्टरों की पूरी सूची तलब की है. उन्होंने कहा कि विभाग अपने स्तर से भी ऐसे डॉक्टरों को चिह्नित कर रहा है. भविष्य में इनकी कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं होने पर उनका तबादला कर दिया जायेगा.
हंगामा होने पर अधीक्षक व प्राचार्य जिम्मेवार : प्रधान सचिव ने कहा कि अगली बार अस्पताल में हंगामा होने पर इसकी सीधी जिम्मेवारी अधीक्षक व प्राचार्य पर होगी. दोबारा हंगामा न हो, इसके लिए अस्पताल की छोटी-मोटी कमियों को तत्काल दूर किया जाये. विभाग अपने स्तर से भी इसकी मॉनीटरिंग कर रहा है.
तमाम अधिकारी रहे मौजूद : बैठक में पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा, अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह व दीपक टंडन, अस्पताल प्रबंधक आलोक रंजन के साथ ही एनएमसीएच के प्राचार्य व अधीक्षक डॉ संतोष कुमार भी मौजूद रहे. पीएमसीएच प्राचार्य ने कहा कि सोमवार को पीएमसीएच के सभी एचओडी की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में उनको विभाग के निर्णयों से अवगत कराते हुए ड्यूटी का रोस्टर सौंप दिया जायेगा.
कल से फिर शुरू होगा औचक निरीक्षण
पीएमसीएच व एनएमसीएच में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के चलते हुए हंगामे को गंभीरता से लेते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि डॉक्टरों की उपस्थिति की जांच को लेकर गठित विभागीय टीम सोमवार से औचक निरीक्षण प्रारंभ कर देगी. इस दौरान जांच टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर विभाग को देगी, जिसके आधार पर दोषी डॉक्टरों व कर्मियों पर सीधे कार्रवाई की जायेगी.
नयी मशीन की खरीद को विभाग को लिखें
प्रधान सचिव ने उपकरण की छोटी-मोटी खरीदारी अपने स्तर से पूरी कर लें. खराबी को तत्काल दूर करायी जाये. जर्जर मशीनों की जगह नयी मशीन की खरीदारी के लिए दो दिन के अंदर विभाग को लिखें. उसकी पूर्ति करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि मरीजों के हित में अस्पताल प्रशासन कोई भी नया प्रयोग करने को स्वतंत्र है, लेकिन इसकी जानकारी विभाग को दे दी जाये.
सफाई-सुरक्षाकर्मी न सुनें, तो तत्काल बदलें
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सफाई-सुरक्षा में कोई कोताही न बरतें. अगर ये लोग काम नहीं करें, तो उनको तत्काल बदल दिया जाये. जरूरत हो तो अगले दिन ही टेंडर कर इसकी पूर्ति कर लें. जितने कर्मियों की आवश्यकता हो, उसे अपने स्तर से भर लें. इसमें विभाग का कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा.