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इस महफिल को जरा और संभालो तो सही

इस महफिल को जरा और संभालो तो सहीएनबीटी पटना पुस्तक मेला सभागार में अंगिका अकादमी का पहला कार्यक्रम आयोजित किया गया. अंगिका कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए अकादमी के अध्यक्ष लखन लाल सिंह ‘आरोही’ ने कहा कि अकादमी अंगिका भाषा को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए कृत संकल्प है. भविष्य में […]

इस महफिल को जरा और संभालो तो सहीएनबीटी पटना पुस्तक मेला सभागार में अंगिका अकादमी का पहला कार्यक्रम आयोजित किया गया. अंगिका कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए अकादमी के अध्यक्ष लखन लाल सिंह ‘आरोही’ ने कहा कि अकादमी अंगिका भाषा को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए कृत संकल्प है. भविष्य में कई ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, जिससे अंगिका भाषा के प्रति लोगों का रुझान बढ़े. कार्यक्रम में योगेंद्र प्रसाद मिश्र, ओम प्रकाश पांडेय, महेन्द्र निशाकर, रवि घोष, श्रीकांत व्यास सरीखे अंगिका कवियों ने हिस्सा लिया. चर्चित साहित्यकार श्रीकांत व्यास की कविता ‘डाइन सिद्ध होय गलै हो भाय’ को श्रोताओं ने काफी सराहा. सभागार में ‘अपने प्रिय लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हरीन्द्र विद्यार्थी एवं घमंडी राम ने हिस्सा लिया. अपने संबोधन में अरुण कमल ने साहित्य, समाज और संस्कृति के बारे में अपने विचार रखे. उन्होंने बताया कि साहित्य समाज को एक नयी दिशा देता है. लेखक बनने से पहले व्यक्ति को अध्ययनशील होना चाहिए तभी सार्थक लेखन हो पायेगा. प्रश्नोत्तर के क्रम में उन्होंने छायावाद और हालावाद के बारे में जानकारी दी. एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि एक नास्तिक को रामचरित मानस व श्रीमदभगवत गीता आकर्षित करता है. व्यक्ति को सब कुछ पढ़ना चाहिए और जो अच्छा लगे, उसे ह्रदयगंम करना चाहिए. उन्होंने धर्म और पंथ शब्द की भी व्याख्या की. कार्यक्रम के अंत में चंद्र प्रकाश माया ने ‘इस महफिल को जरा और संभालो तो सही’ गीत सुना कर सबको झूमा दिया. मंच संचालन एनीबीटी के पटना प्रभारी कमाल अहमद ने किया. सायं काल भारत लोक रंग महोत्सव को समर्पित रहा. महोत्व में शनिवार को राजस्थान के कलाकारों ने ‘तुर्रा कलंगी’ और बिहार के कलाकारों ने ‘नटुआ’ की प्रस्तुति दी. कलगी अखाड़ी, चित्तोड़गढ़ के कलाकारों ने रानी फूलवंती की कहानी पर आधारित प्रेम कहानी का सजीव चित्रण किया. सवा घंटे तक चले इस कार्यक्रम का दर्शकों ने खूब आनंद लिया. बता दें कि रविवार को असम की ‘मुझा भवना’ तथा जम्मू कश्मीर की ‘भांड पथेर’ की प्रस्तुति दी जायेगी.

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