पटना: नये क्लास रूम की कमी को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है. अब भी कई ऐसे प्रारंभिक विद्यालय हैं, जहां बच्चे बरामदे में बैठने को विवश हैं. 9000 विद्यालय तो भवनहीन हैं, जिन्हें नजदीक के दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया गया है.
प्रभात खबर से इस मामले को प्रमुखता से उठाया है. विभाग के प्रवक्ता आरएस सिंह इस मामले पर कहा कि प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों में निर्माण कार्य पूरा कराने निर्णय लिया गया है.
मार्च, 2014 तक 38 हजार नये क्लास रूम बनाने हैं. इनमें से 27 हजार का निर्माण दिसंबर तक ही कर लेना है. 700 प्रारंभिक विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए राशि केंद्र से मिली है.