पटना: देश के दूसरे प्रांतों में नौकरी करनेवाले बिहारियों के लिए छठ में घर लौटना मुश्किल हो रहा है. नियमित ट्रेनें तो दूर, स्पेशल ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग लिस्ट से परेशानी हो रही है. हवाई किराया भी काफी बढ़ गया है.
इस कारण रेल टिकट हासिल करने के लिए यात्री दलालों के चक्कर लगा रहे हैं. रेल प्रशासन ने त्योहार की भीड़ को देखते हुए नयी दिल्ली-पटना के बीच दो स्पेशल ट्रेनें चलायी थी, लेकिन दोनों ट्रेनों में 200 से अधिक वेटिंग है. 04002 स्पेशल में 5 व 7 नवंबर को स्लीपर में 204 व 21 जबकि 02394 आनंद विहार-पटना स्पेशल में 5 व 8 नवंबर को क्रमश : 382 व 16 वेटिंग है. इन गाड़ियों की थर्ड एसी में भी वेटिंग है.
मगध, संपूर्ण क्रांति व विक्रमशिला में नो रूम
नियमित ट्रेनों में दिल्ली से पटना आनेवाली मगध,संपूर्ण क्रांति व विक्रमशिला में पांच व छह नवंबर को नो रूम है. इन ट्रेनों की एसी बोगियों में भी लंबी वेटिंग है.पटना राजधानी व आनंद विहार-भागलपुर गरीब रथ में 50 से 300 तक वेटिंग है. मुंबई से आनेवाली दोनों ट्रेनों में भी आरक्षण का संकट है. 12141 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस की स्लीपर में पांच नवंबर को नो रूम है,जबकि छह व सात नवंबर को भी डेढ़ सौ से अधिक वेटिंग है. इसी तरह, 13202 कुर्ला-पटना में 5 नवंबर को 454, 6 को 199, 7 को 128 और 8 नवंबर को 161 वेटिंग है.
कोलकाता से आनेवाली दूरंतो में सीटें खाली : कोलकाता से पटना आनेवाली लगभग सभी गाड़ियों की स्लीपर व एसी बोगियों में सीट फुल है, लेकिन 22213 शालीमार-पटना दूरंतो एक्सप्रेस में आसानी से आरक्षण मिल रहा है. इसकी स्लीपर से लेकर एसी बोगी तक में 200 से अधिक सीटें खाली हैं. पुणो-पटना में पांच नवंबर को नो रूम और उसके बाद लंबी वेटिंग जबकि बेंगलुरु-पटना संघमित्र एक्सप्रेस में भी पांच व छह नवंबर को लगभग 300 वेटिंग है.