चार किलोमीटर दूरी तक यात्रियों को हुई फजीहत, पुलिस की कोशिश नाकाम
पटना सिटी : हुंकार रैली समाप्त होने के बाद वापस लौटने की मची होड़ में राष्ट्रीय उच्च पथ-30 पर जाम लग गया. इस दौरान यातायात नियंत्रण की तमाम व्यवस्था धराशायी हो गयी. इसका खामियाजा आम यात्रियों को ङोलना पड़ा. सैकड़ों की संख्या में छोटे–बड़े वाहन जाम में फंसे रहे.
स्थिति यह थी कि जीरो माइल बड़ी , पहाड़ी से लेकर पूरब में दीदारगंज चेक पोस्ट तक व पश्चिम में नंदलाल छपरा से आगे तक जाम लगा था, जबकि जाम से निबटने के लिए लगभग 200 सिपाही तैनात थे. एनएच पर करीब चार किलोमीटर तक लगे लंबे जाम से अफरा–तफरी की स्थिति बनी हुई थी, क्योंकि छोटे–बड़े वाहन ओवरटेक कर आगे निकलने की कोशिश कर रहे थे.
इस दौरान पुलिसवालों की एक नहीं चल पा रही थी. एनएच पर अनिसाबाद की ओर व धनुकी मोड़ से अचानक वाहनों का दबाव बढ़ा. ऐसे में जीरो माइल पूरी तरह जाम हो गया. स्थिति यह थी कि संपर्क पथों पर पूर्व से वाहनों का दबाव रहने से जाम में फंसे वाहन टस–से–मस नहीं हो रहे थे.
मिनटों की दूरी घंटों में
लंबी दूरी तय करनेवाले बसों पर सवार यात्रियों के चेहरे पर मायूसी थी, क्योंकि उन्हें यह पता नहीं चल पा रहा था कि जाम से कब मुक्ति मिलेगी. स्थिति यह थी कि मिनटों की दूरी घंटों में तय हो पा रही थी. पटना से नवादा जा रहे राजेश कुमार ने कहा कि साढ़े तीन बजे बस स्टैंड से खुली है, अभी साढ़े पांच बज रहा है, बस एनआरएल पेट्रोल पंप के पास पहुंची है.
इधर, धनुकी मोड़ से महात्मा गांधी सेतु के रास्ते एनएच पर जा रहे वाहनों के दबाव से गांधी सेतु पर भी जाम लगा था. परिचालन वन वे होने की वजह से धनुकी मोड़ से जीरो माइल के बीच जाम की समस्या ज्यादा गंभीर थी. नगर पुलिस अधीक्षक व ट्रैफिक एसपी जयंतकांत ने बताया कि दो डीएसपी के नेतृत्व में करीब डेढ़ सौ से अधिक पुलिसकर्मी व तीन दर्जन दारोगा को एनएच व गांधी सेतु पर तैनात किया गया है, ताकि वाहनों का परिचालान सामान्य हो सके.
इधर, आलमगंज, अगमकुआं, बाइपास व दीदारगंज थानों की पुलिस को भी जाम से निबटने के लिए तैनात किया गया था. साथ ही चार जगहों पर महात्मा गांधी सेतु पर पाया संख्या 46, सेतु के दक्षिण छोर, जीरो माइल, बड़ी पहाड़ी व सबलपुर के पास पुलिस बल के साथ क्रेन की व्यवस्था की गयी थी.