15.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सैदपुर हॉस्टल: पहले मरम्मत, फिर होगा आवंटन

पटना : पटना विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर सील किये गये सभी हॉस्टलों की सुरक्षा के लिए जवान तैनात करने की मांग की है, ताकि उक्त हॉस्टलों में दोबारा अवैध छात्र न घुस सकें. इसको लेकर पीयू के प्रॉक्टर कार्यालय ने डीएम को पत्र लिख कर कहा है कि जब तक हॉस्टलों […]

पटना : पटना विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर सील किये गये सभी हॉस्टलों की सुरक्षा के लिए जवान तैनात करने की मांग की है, ताकि उक्त हॉस्टलों में दोबारा अवैध छात्र न घुस सकें. इसको लेकर पीयू के प्रॉक्टर कार्यालय ने डीएम को पत्र लिख कर कहा है कि जब तक हॉस्टलों का एलॉटमेंट नहीं किया जाता है, उनकी सुरक्षा की जाये. इन सारे हॉस्टलों का एलॉटमेंट मरम्मती के बाद किया जायेगा. इसके लिए यूनिवर्सिटी का वर्क्स डिपार्टमेंट अपनी रिपोर्ट देगा और उसके आधार पर एलॉटमेंट की स्वीकृति दी जायेगी.
पीयू के ज्यादातर हॉस्टलों की स्थिति खराब
पीयू के ज्यादातर हॉस्टलों की हालत बिल्कुल खराब है. चाहे वह बीएन कॉलेज हो, पटना कॉलेज हो, सैदपुर या रानीघाट के हॉस्टल हों. हालांकि साइंस कॉलेज के हॉस्टल की स्थिति ठीक है. सैदपुर कैंपस में के तो सभी हॉस्टलों की स्थिति खराब है. वर्ष 2007 में इन हॉस्टलों की अंतिम बार मरम्मत करायी गयी थी. इतना ही नहीं, हॉस्टलों की रंगाई-पुताई से लेकर प्लास्टर तक कब के खराब हो चुके हैं. सूत्रों की मानें तो कई बार पीयू की ओर से इसे दुरुस्त कराने का आश्वासन मिला था.
हॉस्टल नंबर दो को गिराने का आदेश
सैदपुर का हॉस्टल संख्या दो पूरी तरह से जर्जर है और उसे गिराने का आदेश हो चुका है. इसके लिए टेंडर भी किया गया था. लेकिन जब कोई ठेकेदार टेंडर लेने जाता था, तो छात्र उसे डराकर भगा देते थे. अभी चूंकि आचार संहिता लगा हुआ है. ऐसे में इसका टेंडर नहीं हो सकता है. चुनाव के बाद संभवत: इसे गिराने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. वर्क्स डिपार्टमेंट के अनुसार बैचलर क्वार्टर, जिसमें 24 कमरे हैं, वह भी पूरी तरह जर्जर हो गया है और उसे भी गिराया जाना है.
कई नामी हस्तियां रह चुकी हैं हॉस्टल में
सैदपुर में ऐसे कई नामी गिरानी हस्तियां छात्र जीवन में रह चुके हैं, जिन्होंने बाद में समाज में एक मुकाम हासिल किया. कई नेता, डॉक्टर और ऑफिसर यहां से निकल चुके हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा यहां हॉस्टल नंबर नौ में रहते थे. बिहार के मंत्री विजय चौधरी हॉस्टल-3 में रहते थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश कुमार सिंह भी यहां रहते थे. आइएएस आमिर सुबहानी भी यहां हॉस्टल नंबर एक में रहा करते थे. इसके अतिरिक्त डीएसपी राकेश सिंह, सर्जन डॉ रमेश शर्मा, आइएएस सुधांशु शेखर समेत कई हस्तियां यहां से निकल चुकी हैं.
हॉस्टलाें की स्थिति पर मांगी गयी रिपोर्ट
कोर्ट का निर्देश है कि जो हॉस्टल रहने के लायक हैं, उन्हीं को एलॉट किया जाये. इसी के मद्देनजर पटना विश्वविद्यालय ने अपने वर्क्स डिपार्टमेंट के इंजीनियरों से सैदपुर हॉस्टल एलॉटमेंट से पूर्व उसकी यथास्थिति का ब्यौरा मांगा है. उसी के बाद यह निर्णय लिया जायेगा कि हॉस्टलों का एलॉटमेंट होगा अथवा नहीं. वहीं सूत्रों की मानें तो सैदपुर कैंपस के चारों ओर पीयू की जितनी भी जमीन है, उसकी पूरी बाउंड्री करायी जायेगी. बाउंड्री नहीं होने की वजह से ही अतिक्रमणकारी वहां कब्जा कर लेते हैं. वही अतिक्रमण बाद में प्रशासन और विवि के लिए सिरदर्द हो जाता है. बाउंड्री निर्माण के लिए यूनिवर्सिटी ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है. वहीं कुछ काम जो यूनिवर्सिटी के द्वारा कराये जाने हैं वह चुनाव के बाद ही संभव हैं क्योंकि आचार संहिता की वजह से कोई भी सरकारी टेंडर नहीं किया जा रहा.
पीयू की कई योजनाएं हैं लंबित
सैदपुर में अतिक्रमण की वजह से कई योजनाएं लंबित थीं. यहां वाणिज्य कॉलेज का भवन बनना था, जो अब तक नहीं बना. इसके अलावा समाजशास्त्र विभाग समेत कई अन्य पीजी विभागों को भी वहां शिफ्ट किया जाना था, जो अब तक नहीं हो पाया. पूर्व कुलपति प्रो शंभूनाथ सिंह का यही पर मीडिया की पढ़ाई के लिए राष्ट्रीय स्तर का इंस्टीट्यूट खोलने का इरादा है. एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज का पहले फ्लोर का कुछ काम होकर पूरी योजना ही पेंडिंग है. कर्मचारियों का क्वार्टर नहीं बन पाया. पीयू के मास्टर प्लान में सैदपुर में और भी कई सारे काम होने थे. उम्मीद है कि अतिक्रमण हटने के बाद उन योजनाओं की फाइलें आगे बढ़ेंगी.
बोले स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन
इस संबंध में पटना विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन प्रो जयंती सरकार ने कहा कि वर्क्स डिपार्टमेंट के द्वारा जो रिपोर्ट आयेगी, उसी के अनुरूप विवि प्रशासन के द्वारा एलॉटमेंट का निर्णय लिया जायेगा. जैसे ही एलॉटमेंट का निर्णय हो जायेगा, हम उसके लिए आवेदन की तिथि की घोषणा कर देंगे और उसके एलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू कर देंगे. उन्होंने कहा कि जब तक छात्रों के रहने लायक हॉस्टल नहीं हो जाते हैं, तब तक उसे एलॉटमेंट किया जाना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब तक हॉस्टल एलॉटमेंट नहीं होता है, तब तक उसकी सुरक्षा को लेकर विवि प्रशासन पूरी तरह गंभीर है और इसके लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है ताकि फिर से उसका अितक्रमण नहीं हो.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें