वह पिछले कई दिनों से डेंगू से पीड़ित था और दिल्ली में ही निजी अस्पताल व एम्स में इलाज करा रहा था. कोई फायदा नहीं मिलता देख शीला राय दो दिन पहले अपने गांव लौट आया, जिसके बाद रविवार को उसकी मौत हो गयी. डेंगू से मौत के बाद गांव में भय का माहौल बना हुआ है, वहीं परिजनों का रो- रो कर हाल बेहाल है.
इससे पहले भी डेंगू पीड़ित नगर पंचायत के काजी मुहल्ला में मो शकील का बीस वर्षीय पुत्र मो जिप्पु मिला था, बावजूद उसके न तो इलाके में सफाई करायी गयी और न ही ब्लीचिंग का छिड़काव कराया गया. इस संबंध में सिविल सर्जन ने कहा कि जिस व्यक्ति की मनेर में मौत हुयी है, उसने पटना जिले में कहीं भी जांच नहीं करायी थी. इसके आधार पर उसके डेंगू पीड़ित होने के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.