मोती लाल कानन, पूर्व विधायक,हाजीपुर हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं 78 वर्षीय मोती लाला कानन. मंत्री भी रहे हैं. अपने समय के बारे में बताते हुए कानन कहते हैं – पहले राजनीतिक दल अपने प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को अपना उम्मीदवार बनाते थे. आम जनता प्रत्याशियों को चंदा देकर चुनाव लड़ाती थी. […]
मोती लाल कानन, पूर्व विधायक,हाजीपुर
हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं 78 वर्षीय मोती लाला कानन. मंत्री भी रहे हैं. अपने समय के बारे में बताते हुए कानन कहते हैं – पहले राजनीतिक दल अपने प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को अपना उम्मीदवार बनाते थे. आम जनता प्रत्याशियों को चंदा देकर चुनाव लड़ाती थी. अब ऐसा नहीं होता है. समय के साथ बहुत कुछ बदल गया है. आज किसी दल में प्रतिबद्ध राजनीतिक कार्यकर्ता की पूछ नहीं है.
कोई भी पैसे वाला व्यक्ति पार्टी हाइकमान की परिक्रमा कर टिकट ले लेता है. इस तरह के प्रत्याशी से कुछ पाने की लालसा दूसरों में भी जग जाती है, इसलिए कुछ लेने और कुछ देने के चक्र से यह प्रक्रिया बाहर नहीं निकल पाती.पहले कैसे टिकट मिलता था के सवाल पर कानन कहते हैं-पहले लोग समाज सेवा की भावना से राजनीति में आते थे.
वर्षो के राजनीतिक जीवन के बाद पार्टी जांच-परख कर लोगों को अपना प्रत्याशी बनाती थी. यही कारण था कि नेताओं का आम लोगों से जुड़ाव रहता था. उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि को पैमाना मानकर टिकट दिया जाता था. देखा जाता था कि अमूक व्यक्ति ने सार्वजनिक जीवन में कितना संघर्ष किया है. अब यह देखा जाता है कि उम्मीदवार के पास कितनी संपत्ति है. पहले राजनीतिक दल अपने प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं की आर्थिक मदद किया करते थे.
अब टिकट के बदले कार्यकर्ताओं से पैसे लिये जाते हैं. पहले कार्यकर्ता अपने घर से खाकर आते थे. क्षेत्र में ही किसी समर्थक के घर खाना खाते थे. पहले पार्टी कार्यकर्ता अपने विधायकों से विकास कार्य के लिए लड़ते थे लेकिन अब कोई कार्यकर्ता जन प्रतिनिधि के सामने जुबान नहीं खोलता है.
कपरूरी ठाकुर और राम मनोहर लोहिया के करीबी रहे कानन राजनीति में आये इस बदलाव को वैश्विक स्तर पर आये परिवर्तन से जोड़ कर देखते हैं. वह कहते हैं कि जब पहली बार 1969 में उन्होंने चुनाव लड़ा, तब केवल 11 हजार रुपये खर्च हुए थे. 1972 में 15 हजार और 1985 में 90 हजार रुपये खर्च हुए थे. वहीं अब चुनाव लड़ने वाले को करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते है.