एक सप्ताह में लंबित पथों की रिपोर्ट देने का निर्देश
पटना : मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत राज्य के विभिन्न कार्य प्रमंडलों में 128 सड़कें लंबित हैं. इन सड़कों का निर्माण दो वर्ष या उससे पूर्व हो जाना था. अभी तक इनका निर्माण नहीं हुआ है. ये वही सड़कें हैं जो 500 से कम की आबादी को 12 मासी सड़कों से जोड़ती हैं. छोटे-छोटे गांव व टोलों को जोड़ा जाना है.
ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह सचिव (ब्राडा) ने ऐसी सड़कों के निर्माण को लेकर कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंताओं को सख्त निर्देश दिया है कि एक सप्ताह में ऐसे लंबित पथों की रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराएं.
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एक किलोमीटर से लेकर 10 किलोमीटर तक के पथ का निर्माण लंबित है. पथों के निर्माण के लिए योजना स्वीकृत करने के साथ ही उसके निर्माण पूरा करने की अवधि भी निर्धारित कर दी गयी थी. इसके लिए राशि भी आवंटित कर दी गयी है. विभागीय स्तर पर समीक्षा के बाद लंबित पथों के निर्माण के लिए जून तक का समय दिया गया था. विभाग ने कार्यपालक अभियंताओं को लिखा है कि यह खेदजनक है.
योजनाओं को पूरा करने के लिए हर कार्य प्रमंडल में क्या पहल की गयी है, इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में जमा कराने का निर्देश दिया गया है. विभाग ने सभी कार्यपालक अभियंताओं को सूची भी समर्पित की है, जिनका निर्माण अब तक लंबित है. कुछ कार्य प्रमंडलों में तो महज 500 मीटर तक का निर्माण कराया जाना है.
लंबित योजनाएं
जिन कार्य प्रमंडलों में छोटी-छोटी योजनाएं लंबित हैं, उनमें आरा, डुमरांव, जगदीशपुर, पीरो, दाउदनगर, इमामगंज, नवादा, रजौली, शेरघाटी, टिकारी, बिहारशरीफ,हरनौत, हिलसा, बाढ़, पालीगंज, भभुआ, मोहनिया, सासाराम-एक व दो, बांका एक व दो, भागलपुर,कहलगांव,मधेपुरा,सुपौल,झाझा, खड़गपुर-तारापुर,लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, धमदाहा, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, सिमरीबख्तियारपुर, छपरा दो, सोनपुर, बेनीपट्टी, बिरौल, दरभंगा दो, फुलपरास, जयनगर, झंझारपुर, अरेराज, मोतिहारी, हाजीपुर, महुआ, मुजफ्फरपुर पूवी-एक व दो, बलिया, तेघड़ा, शिवहर व सीवान एक शामिल हैं.