नयी दिल्ली/पटना: केंद्रीय खुफिया एजेंसियों (आइबी) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्र के दौरान पटना या मुजफ्फरपुर में बड़े आत्मघाती हमले की आशंका व्यक्त की है.
भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ी चौकसी : आइबी की सलाह पर बिहार-नेपाल की सीमा की चौकसी बढ़ा दी गयी है. आइबी ने अपने अलर्ट में कहा है कि प्रधानमंत्री के सभा स्थल पर किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाये, क्योंकि हमलावर मजदूर, कैटरर, बिजली मिस्त्री, पत्रकार या किसी अन्य रूप में मौजूद हो सकते हैं.
मेमन को फांसी की घोषणा से मची खलबली : वर्ष 1991 में हुए मुबंई हमले के दोषी याकूब मेमन को फांसी पर लटकाये जाने के एलान से देश-विदेश के आतंकी संगठनों में खलबली मची हुई है. आतंकी इसकी प्रतिक्रि या में कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं.
नक्सली भी कर सकते हैं हमला : प्रधानमंत्री नक्सलियों के भी टारगेट पर हैं. अलर्ट के अनुसार उनपर महिला नक्सलियों का दस्ता हमला कर सकता है.
अलर्ट से एसपीजी अवगत : आइबी के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर इस अलर्ट से एसपीजी के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. संभव है कि इस अलर्ट के बाद प्रधानमंत्री के पटना और मुजफ्फरपुर के कार्यक्र म में कुछ तब्दीली भी की जाये.
स्थानीय प्रशासन को नहीं लगने दी खबर : आइबी की रिपोर्ट जिला प्रशासन और पुलिस से भी गुप्त रखते हुए तैयार की गयी है. बताया जाता है कि आइबी ने उक्त विभागों से भी सुरक्षा की सूचना लीक होने का आंदेशा जाहिर किया था. इसके चलते पूरी रिपोर्ट को केवल एसपीजी मुख्यालय के अधिकारियों तक भेजा गया.
एसपीजी ने किया अलर्ट : रिपोर्ट मिलते ही एसपीजी मुख्यालय से स्थानीय स्तर पर सुरक्षा की कमान संभाल रहे अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया. किसी भी प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी को बगैर पहचान पुष्टि के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में जाने की मनाही की गयी है.
मोदी के कार्यक्र म में किया जा रहा बदलाव
सूत्रों की माने, तो इस अलर्ट के बाद प्रधानमंत्री के कार्यक्र म में कुछ बदलाव किया जा रहा है. अंतिम समय में विजिट का प्लान स्थानीय अधिकारियों को मुहैया कराये जाने की तैयारी है. सुरक्षा के मद्देनजर एसपीजी अधिकारी पीएम विजिट का पहले डमी प्लान भी भेज सकते हैं. इसके बाद असली प्लान को अंतिम समय में अपडेट किया जायेगा.
2013 में अलर्ट के बावजूद हुए थे बम धमाके
यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर आइबी ने इस तरह का अलर्ट जारी किया है. वर्ष 2013 में हुंकार रैली के दौरान भी गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की सभा को लेकर आइबी ने अलर्ट जारी किया था. बावजूद इसके, सिमी के आतंकियों ने पटना रेलवे स्टेशन और गांधी मैदान के आसपास करीब नौ श्रृंखलाबद्ध बम धमाके कर कुल छह लोगों की जान ले ली थी. उक्त हमले में 80 से अधिक लोग घायल हो गये थे.
भारत में घुसे पांच आतंकी
आइबी की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को पटना या मुजफ्फरपुर में निशाना बनाने के लिए पांच आतंकियों का एक दस्ता देश में प्रवेश कर चुका है. आतंकियों का यह दस्ता पटना या मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री को निशाना बना सकता है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिन पांच आतंकियों पर खुफिया एजेंसियों ने शक जाहिर किया है, वे सभी इंडियन मुजाहिदीन और सिमी से जुड़े हैं. इनमें महिला आतंकियों के भी शामिल होने की बात कही गयी है. आइबी ने यह भी आशंका जाहिर की है कि पांचों आतंकी नेपाल या बांग्लादेश के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं.
सुरक्षा के खास इंतजाम
आतंकी खतरे को देखते हुए बिहार में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के खास इंतजाम किये गये हैं. पटना और मुजफ्फरपुर में जिस मंच से वह संबोधित करेंगे, उसके 60 मीटर के दायरे में कोई भी मोबाइल फोन काम नहीं करेगा. उनकी सुरक्षा कॉरकेड में तीन-तीन मोबाइल जैमर को शामिल किया गया है. प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करनेवाले नेताओं की सूची को भी छोटा करने का काम शुरू कर दिया गया है.
पटना बनेगा नो फ्लाइंग जोन
सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक पटना हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन बंद रखने की बात कही जा रही है. प्रधानमंत्री जितनी देर पटना में होंगे, पटना नो फ्लाइंग जोन की स्थिति में रहेगा.