जेल के बैरक में 24 घंटा पहले विचाराधीन बंदी चंदन बिंद की हत्या के बाद अगले दिन पड़े छापे में आधा दर्जन रॉड, चाकू, मोबाइल फोन, सिम कार्ड बरामद किये गये हैं. इससे पुलिस टीम के होश उड़ गये हैं. बरामद सामान को चंदन की हत्या से जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस ने सभी सामन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है. अगर जेल पुलिस की भूमिका सामने आयी, तो बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
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विचाराधीन बंदी चंदन बिंद की हत्या के दूसरे दिन कैदी बैरक में छापा, अब बेऊर जेल में मिले चाकू व रॉड
पटना/फुलवारीशरीफ: सुरक्षा और मुस्तैदी को ताक पर रख कर बेऊर जेल के कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा बैरक में कुख्यात बंदियों को आपत्तिजनक सामान मुहैया कराया जा रहा है. इसका खुलासा रविवार की सुबह 6.30 बजे जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा जेल में की छापेमारी के दौरान हुआ. जेल के बैरक में 24 घंटा पहले विचाराधीन बंदी […]
पटना/फुलवारीशरीफ: सुरक्षा और मुस्तैदी को ताक पर रख कर बेऊर जेल के कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा बैरक में कुख्यात बंदियों को आपत्तिजनक सामान मुहैया कराया जा रहा है. इसका खुलासा रविवार की सुबह 6.30 बजे जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा जेल में की छापेमारी के दौरान हुआ.
जेल प्रशासन लापरवाह, लेकिन हरकत में आया जिला प्रशासन
पूरे मामले में जेल प्रशासन भले ही लापरवाह दिख रहा हो, पर जिला प्रशासन व पुलिस चंदन की हत्या के बाद जरूर हरकत में आ गयी है. घटना के बाद जेल के हालात जानने के लिए रविवार की सुबह अचानक सिटी मजिस्ट्रेट और सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, डीएसपी फुलवारी, डीएसपी सचिवालय तथा कई थानेदारों की मौजूदगी में छापेमारी की गयी. इस दौरान वहां हड़कंप मच गया. करीब दो घंटे तक वार्ड खंगाले गये. इस दौरान बैरक से रॉड व चाकू मिले. इसके अलावा मोबाइल फोन, सिम कार्ड भी बरामद किये गये. पुलिस टीम दोबारा सुबह करीब 10 बजे छापेमारी की.
सुविधा का खेल पुराना
जेल में सुविधा मुहैया कराने का खेल तो काफी पुराना है, लेकिन अंदर अगर हथियार और रॉड बरामद होते हैं तो जेल प्रशासन व वहां के अधिकारियों पर सवाल खड़े हो जाते हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि यह हालत तब है, जब एक दिन पहले जेल के जुबेनाइल वार्ड में नाबालिग बंदी की हत्या कर दी गयी. स्थिति साफ है कि हत्या से पहले न तो जेल प्रशासन सजग और मुस्तैद था और न ही घटना से कोई सबक लिया गया.
जेल कर्मियों की भूमिका की जांच शुरू मिलीभगत के मिल रहे संकेत
पुलिस सूत्रों के अनुसार बेऊर जेल के बैरक से बरामद किये गये सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. रॉड और चाकू को बंदी नाबालिग चंदन बिंद की हत्या से जोड़ कर देखा जा रहा है, क्योंकि चंदन की आंखों और सिर पर गहरे जख्म मिले थे. दूसरी तरफ जिस तरह से मृतक के घरवाले जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगा रहा है और जेल से पुलिस को घटना की गलत सूचना देने का मामला सामने आया है, उससे हत्या में मिलीभगत के संकेत मिल रहे हैं. एसएसपी के निर्देश पर पहले ही जेल में तैनात तीन पुलिसकर्मियों पर सनहा दर्ज कर लिया गया है.
रीतलाल की खिड़की पास मिले आपत्तिजनक सामान, कहां से आये टेंडर फॉर्म
बेऊर जेल में छापेमारी करने पहुंची पटना पुलिस प्रशासन को रविवार को रीत लाल यादव के बैरक की खिड़की के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, चाकू, लोहे के रॉड व रेलवे के टेंडर फॉर्म मिले हैं. रेलवे के टेंडर में सीधा दखल रखनेवाला रीत लाल एक बार फिर इस आरोप में घिर गया है. बरामदगी के बाद पुलिस जांच कर रही है कि रीत लाल जेल से किस तरह से टेंडर मैनेज कर रहा था. उसके पास टेंडर फॉर्म अंदर कैसे पहुंचा.
वोटरों को धमकाने का भी मामला दर्ज
कुख्यात बंदी रीत लाल यादव का सिक्का बेऊर जेल के बैरक से चल रहा है. विधान परिषद चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रीतलाल अपने पक्ष में मतदान करने के लिए वोटरों को धमकी भरा संदेश दे रहा है. उधर चुनाव के लिए दानापुर व खगौल के कुछ व्यवसायियों से रंगदारी भी मांगी गयी. इसकी शिकायत दानापुर थाने में पहुंची, लेकिन एफआइआर के लिए कोई नाम सामने नहीं आया. इस पर इंस्पेक्टर दानापुर के आवेदन पर रीतलाल पर एफआइआर दर्ज की गयी है. उस पर धमकी देने व रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
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