आरा/पटना : आरा कोर्ट ब्लास्ट के मुख्य आरोपित लंबू शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि जदयू विधायक सुनील पांडेय ने ब्लास्ट के बाद कोर्ट परिसर से भगाने में मेरी मदद की थी. उसने यह भी बताया है कि दिल्ली में जदयू के एक सांसद के घर मुङो छिपाने, रखने और इतने दिनों तक सभी तरह का संरक्षण सुनील पांडेय दिया. लंबू के इस इकरारनामे की जानकारी एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांन्फ्रेंस में दी.
जनवरी में पेशी के दौरान लंबू शर्मा ब्लास्ट के बाद आरा कोर्ट परिसर से फरार हो गया था. यह विस्फोट यूपी की रहनेवाली एक महिला ने किया था, जिसकी इस हादसे में मौत हो गयी थी. 6-7 दिन पहले लंबू को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया. बिहार पुलिस इसे पटना ले आयी है. एडीजी ने कहा कि लंबू ने कई अहम बातों का खुलासा किया है, जिसकी गंभीरता से जांच की जा रही है. उसके हर बयान के सभी पहलुओं की जांच की जायेगी. इसमें जितने लोगों के नाम आ रहे हैं, उनकी भी बारीकी से जांच की जा रही है. जो लोग दोषी पाये जायेंगे, उन पर हर हाल में कार्रवाई होगी.
हालांकि, एडीजी ने जदयू के उस सांसद के नाम का खुलासा नहीं किया, जिनके घर पर इतने दिनों तक लंबू छिपा था. इस मामले में उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि अभी जांच चल रही है. सूत्रों के अनुसार पुलिस अभी लंबू की तरफ से बताये तमाम लोगों से पूछताछ कर रही है. इसके बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. विधायक सुनील पांडेय से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है. लेकिन, अभी तक पुलिस महकमे ने इसका स्पष्ट संकेत नहीं दिया है.
यूपी के बाहुबली विधायक की हत्या की दी गयी थी फिरौती
पूछताछ के दौरान यह भी उजागर हुआ है कि यूपी के एक बाहुबली विधायक की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की फिरौती दी गयी थी, जिसमें लंबू शर्मा प्रमुखता से शामिल था. इस फिरौती की डील में विधायक सुनील पांडेय की भी भूमिका अहम थी. पुलिस को मिली प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक यूपी के बाहुबली विधायक के रूप में मुख्तार अंसारी का नाम सामने आ रहा है. लेकिन, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.