21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भविष्य से खिलवाड़: अप्रैल,2015 में डीएवी बीएसइबी की मान्यता हुई समाप्त, डीएवी पर सीबीएसइ अब भी मेहरबान

पटना: स्कूल को एक सेक्शन चलाने की सीबीएसइ ने मान्यता दी थी, लेकिन स्कूल में 10 सेक्शन अलग से चल रहे हैं. सीबीएसइ ने एक सेक्शन में 40 छात्रों के नामांकन का परमिशन दिया था, लेकिन डीएवी में एक सेक्शन में 40 से अधिक छात्रों के नामांकन लिये जा रहे हैं. जिस स्कूल में स्टूडेंट्स […]

पटना: स्कूल को एक सेक्शन चलाने की सीबीएसइ ने मान्यता दी थी, लेकिन स्कूल में 10 सेक्शन अलग से चल रहे हैं. सीबीएसइ ने एक सेक्शन में 40 छात्रों के नामांकन का परमिशन दिया था, लेकिन डीएवी में एक सेक्शन में 40 से अधिक छात्रों के नामांकन लिये जा रहे हैं. जिस स्कूल में स्टूडेंट्स पढ़ने जाते हैं, वहां से उन्हें दूसरे स्कूल ले जाया जाता है. स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ डीएवी बीएसइबी में हर साल होता है. इसको शह देने में डीएवी के दूसरे ब्रांच भी शामिल हैं. इसकी जानकारी सीबीएसइ को है, बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है. अभी डीएवी बीएसइबी की मान्यता चली गयी. बावजूद डीएवी बीएसइबी में 11 वीं में नामांकन लिये जा रहे हैं.
एफिलिएशन जाने के बाद भी ले रहे नामांकन: सीबीएसइ के एफिलिएशन बाइ लॉज के अनुसार जब भी किसी स्कूल की मान्यता को सीबीएसइ खत्म करता है, तो उस स्कूल में कोई नया नामांकन 9 वीं और 11 वीं में नहीं हो सकता है, लेकिन यह डीएवी पर लागू नहीं है. 2014 मार्च में डीएवी खगौल का एफिलिएशन ड्यूरेशन खत्म हो गया था. इसके बाद अप्रैल में डीएवी बीएसइबी की मान्यता खत्म कर दी गयी. पूर्व प्राचार्य रामानुज प्रसाद के साथ डीएवी के कई टीचर संदेह के घेरे में हैं. सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार डीएवी बीएसइबी के लगभग 200 टीचर्स ने स्कूल में पढ़ाते हुए बीएड की डिग्री भी ली है.
फर्जी टीचर्स से चलता है स्कूल
डीएवी के अधिकतर ब्रांच में फर्जी टीचर्स से ही काम चलाया जाता हैं. इन टीचर्स के पास ना तो पीजीटी और ना ही बीएड की ही डिग्री है, लेकिन ये टीचर्स सीनियर क्लास तक के स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं. अधिकतर टीचर्स अनट्रेंड हैं. टीचर्स अप्वाइंटमेंट में न तो डिग्री देखी जाती है और न ही इंटरव्यू ही लिया जाता है. बस पैसे और पहचान के बल पर टीचर्स को रखा जाता है. डीएवी में फर्जी टीचर्स का रैकेट लंबा है. डीएवी में जो भी टीचर्स पढ़ाते हैं, उनका नाम एक डीएवी में नहीं बल्कि कई डीएवी में चलता है. एक ही टीचर एक समय में कई डीएवी में रेगुलर टीचर के रूप में कार्यरत हैं, जो टीचर्स डीएवी बीएसइबी के टीचर हैं वहीं डीएवी इंद्रपुरी, डीएवी वाल्मी व डीएवी हाजीपुर आदि में पढ़ा रहे हैं. आरटीआइ से मिली जानकारी के अनुसार एक टीचर एक ही समय में कई डीएवी में पढ़ा रहे हैं. ये टीचर दोनों ही डीएवी से सैलरी भी ले रहे हैं. यह खेल कोई एक साल का नहीं बल्कि कई साल से चल रहा है.
धर्म के नाम पर ली जाती है फीस
सभी डीएवी में धर्म के नाम पर स्टूडेंट्स से पैसे लिये जाते हैं. डीएवी बीएसइबी राज्य सरकार का प्रोजेक्ट स्कूल है. यहां बीएसइबी कर्मचारियों के बच्चों का नामांकन लिया जाता है. इसके बाद ही बाहर के बच्चे का नामांकन होता है. बीएसइबी के स्टूडेंट्स से बिजली के नाम पर भी फीस ली जाती है. आये दिन डीएवी बीएसइबी की शिकायत शास्त्रीनगर थाने में दर्ज होती रही है. इसमें अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि छात्रों पर स्कूल प्रशासन मेंटल और फिजिकल हेरेसमेंट करता है. इससे छात्र स्कूल जाना तक छोड़ देते है.
चार डीएवी के नाम पर चल रहे 12 डीएवी
पटना में डीएवी के चार ब्रांच को ही सीबीएसइ ने मान्यता दी है, लेकिन शहर में लगभग 12 डीएवी चल रहे हैं. इन ब्रांच डीएवी में क्लास वन से 8 वीं तक छात्र पढ़ते हैं और 9 वीं में इन स्कूलों के छात्र मान्यता प्राप्त चार डीएवी में शिफ्ट कर दिये जाते है. हर डीएवी में छात्रों की संख्या तीन गुनी तक बढ़ जाती है.
हर एरिया में डीएवी सीबीएसइ के नाम पर चल रहा है. डीएवी हर साल अभिभावकों को ठग कर नामांकन लेता है. सही बात की जानकारी अभिभावकों को बाद में मिलती है.
फर्जी डिग्री पर ले लिया सीबीएसइ अवार्ड
बीएड व पीएचडी की डिग्री फर्जी लेकर डीएवी बीएसइबी के पूर्व प्राचार्य रामानुज प्रसाद ने सीबीएसइ से बेस्ट टीचर का अवार्ड भी 2005 में लिया था. पूर्व प्राचार्य से यह अवार्ड फर्जी तरीके से लिया था. इसकी जानकारी सीबीएसइ के पास है, लेकिन सीबीएसइ इस मामले में अभी तक कुछ नहीं कर पाया है.
एफिलिएशन बाइलॉज के अनुसार जब किसी स्कूल की मान्यता चली जाती है, तो कोई नया नामांकन नहीं हो सकता है. उस स्कूल में पढ़ रहे 9 वीं और 11 वीं के स्टूडेंट्स को ही सीबीएसइ 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने का आदेश देता है, जो सीबीएसइ से रजिस्टर्ड होते हैं.
अरविंद कुमार मिश्र, सेक्शन ऑफिसर, सीबीएसइ, पटना रीजन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें