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मुलायम के यहां जनता परिवार की दो दिन बैठक, नये दल के नाम, निशान व झंडे पर फैसला कल तक
पटना: जदयू और राजद समेत छह दलों के विलय की घोषणा के बाद मंगलवार और बुधवार को दिल्ली में जनता परिवार की बैठक होगी. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शामिल होंगे. बैठक में नयी पार्टी के नाम, सिंबल और झंडे पर निर्णय लिया जायेगा. बैठक में भाग लेने के लिए […]
पटना: जदयू और राजद समेत छह दलों के विलय की घोषणा के बाद मंगलवार और बुधवार को दिल्ली में जनता परिवार की बैठक होगी. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शामिल होंगे. बैठक में नयी पार्टी के नाम, सिंबल और झंडे पर निर्णय लिया जायेगा. बैठक में भाग लेने के लिए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद सोमवार की शाम दिल्ली रवाना हो गये, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दिल्ली पहुंचेंगे.
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सांसद केसी त्यागी ने बताया कि मुलायम सिंह यादव के आवास पर मंगलवार व बुधवार को पुराने जनता दल परिवार के नेता जुटेंगे. इधर, जदयू मंगलवार को संसद में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नेपाल नहीं जाने देने का मामला उठायेगा. जदयू की इस पहल पर राजद समेत अन्य दल भी साथ देंगे.
15 अप्रैल को जनता परिवार के छह दलों के विलय का एलान हुआ था और मुलायम सिंह यादव को नये दल का अध्यक्ष घोषित किया गया था. साथ ही नये दल के नाम, सिंबल व झंडे पर फैसला लेने के लिए सभी छह दलों के एक-एक नेताओं की एक कमेटी बनायी गयी थी. मंगलवार-बुधवार को होनेवाली बैठक में इस पर सभी छह दलों की सहमति मिलने के बाद इसकी घोषणा कर दी जायेगी.
25-26 अप्रैल को ही दिल्ली में यह बैठक होनी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली भी पहुंच चुके थे. लेकिन 25 अप्रैल को बैठक शुरू होने के ठीक पहले नेपाल समेत बिहार में भूकंप आने पर इस बैठक को तुरंत स्थगित कर दिया गया और मुख्यमंत्री पटना लौट आये.
अब बिहार में चक्रवाती तूफान और भूकंप के कई झटकों के बाद राहत व बचाव कार्य तेजी पर चल रहे हैं और हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. दूसरी ओर बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने में भी ज्यादा समय नहीं बचा है. इसलिए जनता परिवार नयी पार्टी के नाम, सिंबल व झंडे पर जल्द मुहर लगाना चाह रहा है, ताकि नयी पार्टी व झंडे के साथ जनता के बीच जाया जा सके और उनके दिल-दिमाग में इसकी छाप छोड़ी जा सके.
11-11 पर राजद-जदयू व दो सीटों पर लड़ सकती है कांग्रेस
विलय की घोषणा के बाद जनता परिवार की पहली परीक्षा जुलाई में स्थानीय निकाय कोटे की विधान परिषद की 24 सीटों पर होनेवाले चुनाव में होगी. इसकी तैयारी को लेकर पहली बार सोमवार को जदयू और राजद के नेताओं की जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर बैठक हुई. बैठक में भाजपा के मुकाबले सभी सीटों पर महागंठबंधन के उम्मीदवार उतारने पर सहमति बनी. सूत्रों के अनुसार, 24 सीटों में से 11-11 पर जदयू व राजद और दो पर कांग्रेस के लड़ने पर सहमति बन सकती है. इस पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बैठक में होगा.
इसके पहले नीतीश कुमार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से भी विचार-विमर्श करेंगे. बैठक में जदयू सांसद आरसीपी सिंह, राजद की ओर से अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला यादव शामिल हुए. मौजूदा विधान परिषद में स्थानीय निकाय कोटे की 24 सीटों में से 15 पर जदयू काबिज है. तीन सीटें राजद के खाते में है और पांच पर भाजपा का कब्जा है. एक सीट पर निर्दलीय रेणु देवी को जीत मिली है. भाजपा कोटे से बैद्यनाथ प्रसाद, रजनीश कुमार सिंह, अशोक अग्रवाल, दिलीप जायसवाल और टुन्ना जी पांडेय सदस्य हैं. राजद से रोमा भारती, संजय प्रसाद और दरभंगा से मिश्री लाल यादव और चंपारण क्षेत्र से रेणु देवी सदस्य हैं. रेणु देवी जदयू के निष्कासित विधायक राजू कुमार सिंह की पत्नी हैं. जदयू ने 2009 में 14 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये थे, जिनमें 10 पर जीत हुई थी. बाद में लोजपा के तीन सदस्यों ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली और दो निर्दलीय सदस्यों ने समर्थन दिया.
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