राजनीति का मुख्य आधार ही डॉक्टरों की मनमानी और प्रताड़ना को बनाया था. फिल्म गब्बर इज बैक ने उनके अभियान को आगे बढ़ाया है. उनकी लड़ाई आम आदमी के पक्ष में और व्यवस्था के खिलाफ है.
कुछ को छोड़ कर अधिसंख्य डॉक्टर भ्रष्ट सिस्टम का हिस्सा बन गये हैं. यह फिल्म महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. राज्य सरकार गब्बर इज बैक को टैक्स फ्री करे. जिससे आम लोग भी आसानी से देख सकें. राजद सांसद ने बताया कि 11 मई को मधेपुरा में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है.