घर से निकलने के बाद उसने घर में कदम रखने की हिम्मत नहीं की. उसका होटल किस स्थिति में उसे मालूम नहीं.पूनम के पति मदन प्रसाद ने बताया कि वह उस हादसे को नहीं भूल पा रही है़ उन्होंने बताया कि उसका यहां इलाज डॉ शंभु प्रसाद सिंह के यहां चल रहा है़ हादसे के बाद भूखे-प्यासे रह कर उन्होंने दो दिन किसी तरह बिताये. रोड किनारे उनके परिवार ने शरण ली. कोई मदद करनेवाला नहीं था़ किसी प्रकार उनका परिवार काठमांडू से जहाज से दिल्ली आया. वहां से बिहार भवन पहुंचा.
इसके बाद उनका परिवार मगध एक्सप्रेस से दानापुर स्टेशन पर उतरा. हादसे सुरक्षित बच कर खगौल पहुंचनेवालों में पूनम के भाई राजू चौरसिया, चंदन कुमार चौरसिया (पुत्र) , विक्की (पुत्र) , जिम्मी (पुत्र) व पड़ोसी सुनील शामिल हैं. इनके अलावा पूनम देवी के स्टाफ शाहरुख व अफजल भी जान बचा कर लौट आये हैं. पूनम का ससुराल सरैयां, भोजपुर है. मदन प्रसाद ने बताया कि कुछ दिनों के बाद वे नेपाल जायेंगे और वहां अपना कारोबार समेट कर वापस अपने देश आ जायेंगे.