Advertisement
टीचर्स की सैलरी पर संकट
डीएवी बीएसइबी का मामला : बैंक खाते के संचालन पर लगी रोक टीचर्स और स्कूल स्टाफ को सैलरी देने के लिए दो करोड़ रुपये ट्रांसफर चाहते थे वर्तमान प्राचार्य पटना : पहले स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर संकट हो रहा था. अब डीएवी बीएसइबी के तमाम टीचर्स के मेहनताना पर रोक लग गयी है. पिछले दो […]
डीएवी बीएसइबी का मामला : बैंक खाते के संचालन पर लगी रोक
टीचर्स और स्कूल स्टाफ को सैलरी देने के लिए दो करोड़ रुपये ट्रांसफर चाहते थे वर्तमान प्राचार्य
पटना : पहले स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर संकट हो रहा था. अब डीएवी बीएसइबी के तमाम टीचर्स के मेहनताना पर रोक लग गयी है. पिछले दो महीनों से इंतजार कर रहे स्कूल के स्टाफ को इस महीने भी सैलरी नहीं मिल पायेगी.
डीएवी बीएसइबी के एलएमसी (लोकल मैनेजिंग कमेटी) की ओर से बैंक ऑफ इंडिया के पास स्कूल संबंधित सारे खाते पर रोक लगा दी गयी है. बैंक ऑफ इंडिया में चल रहे डीएवी बीएसइबी के खाते पर रोक लगने से स्कूल के तमाम टीचर्स व स्टाफ की सैलरी रुक जायेगी.
दो बैंकों से होता है संचालन
डीएवी बीएसइबी में दो बैंकों से स्कूल का संचालन होता है. बैंक ऑफ इंडिया में स्टूडेंट्स की फीस जमा की जाती है, वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, राजवंशी नगर ब्रांच से टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ को सैलरी दी जाती है.
हर महीने स्कूल मैनेजमेंट की ओर से बैंक ऑफ इंडिया से पैसे को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ट्रांसफर करवाया जाता है. इस राशि से टीचर्स के साथ नॉन टीचिंग स्टाफ को वेतन दिया जाता है. हर महीने की तरह इस बार भी वर्तमान प्रभारी प्राचार्य ने पैसे ट्रांसफर करने के लिए चेक बैंक ऑफ इंडिया के पास भेजा. इसकी जानकारी बैंक की ओर से बीएसइबी ब्रांच की लोकल मैनेजमेंट कमेटी को दी गयी. लेकिन कमेटी ने रुपये के ट्रांसफर पर रोक लगा दी.
एलएमसी के दो सदस्यों की अनुमति जरूरी
डीएवी बीएसइबी एक प्रोजेक्ट स्कूल है. स्कूल डेवलपमेंट से संबंधित पैसे बैंक ऑफ इंडिया में जमा होते हैं. ऐसे में अगर बैंक ऑफ इंडिया से पैसे निकाले जाते हैं, तो उस पर एलएमसी के तीन सदस्यों में से दो की अनुमति जरूरी है. चूंकि वर्तमान प्राचार्य प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं. ऐसे में उन्हें इस पैसे का ट्रांसफर करने का अधिकार नहीं है. वर्तमान प्राचार्य ने रुपये निकालने की वजह भी नहीं बतायी है.
– राजीव रंजन सिन्हा, अध्यक्ष, डीएवी लोकल मैनेजमेंट कमेटी
बैंक ऑफ इंडिया में जमा होती है फीस
हर माह बैंक ऑफ इंडिया से पैसे निकाल कर टीचर्स को सैलरी दी जाती है. चुकी स्कूल की फीस बैंक ऑफ इंडिया में जमा होती है. इस कारण हर महीने पैसे को ट्रांसफर एक से दूसरे बैंक में किया जाता है.
चूंकि दो माह से नॉन टीचिंग स्टाफ को सैलरी नहीं मिली है. वहीं इस महीने की टीचर्स की सैलरी भी दी जानी थी. हर माह बैंक ऑफ इंडिया के इस खाते से पैसे ट्रांसफर होते रहे हैं, इस कारण मैंने वजह नहीं बतायी थी.
इंद्रजीत राय, प्रभारी प्राचार्य, डीएवी बीएसइबी
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement