पटना: खगड़िया के धमारा घाट रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में करीब ढाई दर्जन लोगों की मौत के बाद भी न तो रेल प्रशासन की नींद खुली है और न ही आम लोगों की चेतना बढ़ी है. शुक्रवार को पटना जंकशन के समीप स्थित चिरैयाटांड़ पुल के नीचे एक व्यक्ति मालगाड़ी की चपेट में आया गया. उसे पीएमसीएच ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. मृतक की पहचान मधुबनी के रइका, सुगौना गांव निवासी मो रिजवान के रूप में हुई है. उसने पीले रंग की शर्ट-पैंट पहन रखी थी.
जल्दबाजी पड़ी भारी
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक सुबह करीब 10 बजे अप लाइन में कोसी एक्सप्रेस पटना जंकशन के प्लेटफॉर्म संख्या 10 पर पहुंच रही थी. चिरैयाटांड़ पुल के समीप ट्रेन की रफ्तार कम होने पर कई यात्री उतरने लगे. इन्हें चिरैयाटांड़ सब्जी मार्केट होते हुए कंकड़बाग या रेलवे कॉलोनी होते हुए राजेंद्रपथ, कदमकुआं की ओर जाना था. इन्हीं में से एक मो रिजवान भी था.
जैसे ही वह रेलवे ट्रैक पर उतरा, प्लेटफॉर्म संख्या एक के थ्रू लेन से हावड़ा की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में आ गया. घर पहुंचने की जल्दबाजी में उसके दोनों पैर कट गये. यात्रियों ने रेल प्रशासन को इसकी जानकारी दी. रेलवे के अधिकारियों ने जीआरपी को सूचना किया. तत्काल 108 नंबर एंबुलेंस की व्यवस्था कर जीआरपी जवान के साथ घायल को पीएमसीएच भेजा गया. लेकिन, इस दौरान मो रिजवान का काफी खून बह गया था. बेहोशी की हालत में पीएमसीएच पहुंचने पर उसका इलाज शुरू हुआ. थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.