पटना: रेलवे प्रशासन मॉडल स्टेशन में यात्रियों से करीब 62 करोड़ रुपये टिकट बेच कर कमाई करता है, लेकिन यात्री सुविधाएं मुहैया नहीं करायी जाती है. यह स्थिति पूर्व मध्य रेल के ए ग्रेड स्टेशन में शुमार पटना जंकशन का है. जंकशन में प्रवेश करते ही यात्रियों को टिकट लेने से लेकर ट्रेन में चढ़ने तक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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रेलवे बोर्ड के मानक के अनुसार पटना जंकशन पर नहीं है सुविधा, कमाई करोड़ों में, ‘ए’ ग्रेड का दर्जा, सुविधाएं नदारद
पटना: रेलवे प्रशासन मॉडल स्टेशन में यात्रियों से करीब 62 करोड़ रुपये टिकट बेच कर कमाई करता है, लेकिन यात्री सुविधाएं मुहैया नहीं करायी जाती है. यह स्थिति पूर्व मध्य रेल के ए ग्रेड स्टेशन में शुमार पटना जंकशन का है. जंकशन में प्रवेश करते ही यात्रियों को टिकट लेने से लेकर ट्रेन में चढ़ने […]
पानी, सफाई, बैठक, एस्केलेटर, सुरक्षा आदि सभी की कमी है. पिछले एक साल से जंकशन का मल्टी डिटेक्टर मशीन खराब पड़ा हैं, जबकि रेलवे बोर्ड से पटना जंकशन को ए श्रेणी का दर्जा मिला है. पांच सालों से मॉडल स्टेशन का लुक दिया जा रहा है. लेकिन, यात्रियों को श्रेणी के अनुरूप सुविधाएं नहीं दी जा रही है. मुख्य द्वार के पास करीब 15 जनरल टिकट काउंटर है, जिनमें यात्रियों की लंबी भीड़ लगी रहती है. दो और काउंटर की मांग हो रही है, जो अटकी हुई है. भीड़ अधिक होने से आये दिन हंगामा भी होता रहता है. जंकशन पर 18 से अधिक आरक्षण काउंटर है. इनमें 12 काउंटरों में ही रिजर्वेशन टिकट कटता है. अधिकारी बाकी के काउंटरों पर कर्मचारियों की कमी का हवाला देकर बंद करने की बात करते हैं.
यात्री बढ़े,प्याऊ नहीं
पूर्व मध्य रेल हर साल एक से डेढ़ गुना मुसाफिरों की संख्या में वृद्धि का दावा करता है. लेकिन, पानी पीने के लिए प्याऊ की संख्या नहीं बढ़ायी जा रही है. जंकशन पर ट्रेन पहुंचते ही पानी को लेकर मारा-मारी होने लगती है. कई बार तो पानी के चक्कर में यात्रियों की ट्रेन भी छूट जाती है.
बिना शेड की पार्किग
पटना जंकशन की बाइक पार्किग से रेलवे ने 3 करोड़ से अधिक कमाये हैं. लेकिन, व्यवस्था के नाम पर यहां न तो शेड बनाया गया और नहीं कोई उचित सुविधा दी जा रही है. यही हाल कार पार्किग की भी है. इस पार्किग में यात्री पटना सिटी, कंकड़बाग, गर्दनीबाग, राजीव नगर व बुद्धा कॉलोनी आदि से लोग अपना वाहन पार्क करते हैं और ट्रेन के माध्यम से रोजाना अप और डाउन करते हैं.
वेटिंग हॉल में बैठने की जगह नहीं
जंकशन के वेटिंग हाल में बैठने की पर्याप्त सुविधा नहीं है. लोगों को फर्श पर बैठ कर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है. सबसे अधिक परेशान रात के समय होती है, जब लोग फर्श पर शो जाते हैं. रात के समय यात्रियों को बैठने के लिए फर्श भी नहीं मिलता. ऐसे में यात्री प्लेटफॉर्म आदि जगहों पर बैठ कर ट्रेन का इंतजार करते हैं.
बेहाल सफाई
मॉडल स्टेशन अनुरूप केवल प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ही सफाई करायी जाती है. इसकी वजह प्लेटफॉर्म पर वीआइपी लोगों की आवाजाही है. बाकी जगहों पर गंदगी फैली हुई है. प्लेटफॉर्म 2-10 तक गंदगी का अंबार लगा हुआ है. ट्रेन का ट्रैक ऐसा दिखता है जैसे यहां पिछले कई महीने से सफाई नहीं हुई है, जबकि जंकशन के एक नंबर पर वॉश बेल एप्रेन मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
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