।। कौशलेंद्र मिश्र ।।
पटना : बिहार की पुलिसिंग की चर्चा अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी इंटरपोल में होगी. डीजीपी अभयानंद इस बैठक में बिहार पुलिस द्वारा किये जानेवाले नये प्रयोगों की सफलता की जानकारी देंगे. इसमें स्पीडी ट्रायल, अपराधियों के खिलाफ वैज्ञानिक साक्ष्य के माध्यम से कार्रवाई, आर्थिक अपराध के खिलाफ कार्रवाई, संगठित अपराध के खिलाफ एडवांस कंप्यूटर व इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के प्रयोग एवं महिलाओं की पुलिस बल में सहभागिता आदि बिंदुओं पर चर्चा की जायेगी.
* सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी होंगे शामिल
डीजीपी 12 सितंबर को इंटरपोल की जेनरल एसेंबली की बैठक में शामिल होने कोलंबिया जायेंगे. वहां उनके साथ ही देश के साथ वरिष्ठ पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी शामिल होंगे. इनमें सीबीआइ के निदेशक रंजीत सिन्हा सहित पांच अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे. पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि यह पहला मौका होगा, जब बिहार के पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी इंटरपोल की जेनरल एसेंबली की बैठक में शामिल होंगे.
* डीजीपी ने राज्य सरकार से मांगी अनुमति
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार, डीजीपी ने इंटरपोल की बैठक में शामिल होने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इंटरपोल की जेनरल एसेंबली की बैठक में जानेवाले सात सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल में डीजीपी को शामिल किये जाने की स्वीकृति दे दी है. केंद्र सरकार की स्वीकृति पत्र को राज्य सरकार की सहमति के लिए भेजा गया है.
* पुलिसिंग को बेहतर बनाने की होगी कवायद
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के अनुसार, इंटरपोल की बैठक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुलिसिंग को बेहतर बनाने, सदस्य राष्ट्रों के बीच आपसी सामंजस्य व सहभागिता बढ़ाने, एक–दूसरे के मूल्कों में छिपे अपराधियों की जानकारियों का आदान–प्रदान करने आदि पर बातचीत होगी. डीजीपी अभयानंद द्वारा नेपाल से सटे बिहार की सीमा में होनेवाले अपराध व बांग्लादेश के रास्ते जाली करेंसी बिहार में पहुंचाने व नक्सलियों को मिल रहे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग व आतंक की घटना की चपेट में आये महाबोधि मंदिर, बोधगया को लेकर भी चर्चा की जायेगी.