पुलिस के हत्थे चढ़े शंकर राय और उसके तीन गुर्गो की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने संतोष की हत्या से जुड़े कई राज उगलवाये हैं. इतना ही नहीं, संतोष कुमार की हत्या 12 फरवरी की सुबह की गयी थी. उस दिन संतोष को एक मामले में कोर्ट में पेश होना था. मालूम हो कि संतोष का परिवार में ही पैतृक विवाद चल रहा था. संतोष ने अपनी मां और भाई के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराया था. पुलिस इस कड़ी को भी अनुसंधान में शामिल किया है.
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शंकर ने करायी हत्या, दुर्गेश की साजिश
पटना: शातिर अपराधी शंकर राय उर्फ शंकर गोप ने अपने गुर्गो से संतोष कुमार की हत्या करायी थी. दुर्गेश शर्मा ने हत्या की साजिश रची थी. गैंग के शूटर राहुल साहनी ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ संतोष को दिनदहाड़े राजा पुल के पास गोलियों से छलनी कर दिया था. गैंग को हत्या के लिए […]
पटना: शातिर अपराधी शंकर राय उर्फ शंकर गोप ने अपने गुर्गो से संतोष कुमार की हत्या करायी थी. दुर्गेश शर्मा ने हत्या की साजिश रची थी. गैंग के शूटर राहुल साहनी ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ संतोष को दिनदहाड़े राजा पुल के पास गोलियों से छलनी कर दिया था. गैंग को हत्या के लिए सुपारी मिली थी, लेकिन सुपारी किसने दी थी, पुलिस इसका खुलासा अभी नहीं कर रही है.
एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि शंकर जेल से छूटने के बाद फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया था. उसके गैंग द्वारा बुद्धा कॉलोनी में मौजूद वाइन शॉप से रंगदारी मांगी गयी थी. इसके अलावा दुजरा में आटा चक्की मालिक मनोज शाह की दुकान से 84 हजार रुपये लूट लिये गये थे. गैंग की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए पुलिस के विशेष जांच दल को लगाया गया. इस दौरान पता चला कि शंकर राय बेऊर के हरनीचक में शरण लिये हुए है. इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर शंकर राय को गिरफ्तार किया.
शंकर की निशानदेही पर गैंग के तीन और सदस्य एसके पुरी स्थित न्यू शिवपुरी रेलवे लाइन के पास से गिरफ्तार किये गये. इनमें राहुल साहनी (दरभंगा), चंदन उर्फ भोली (दीघा), पवन कुमार उर्फ पन्ना (मैनपुरा) शामिल हैं. उनके पास से देशी रिवाल्वर, चार कारतूस व छह मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. पूछताछ में शंकर राय ने संतोष की हत्या में उसके गैंग के शामिल होने की बात कबूल की है.
हत्या की किसने दी है सुपारी!
शंकर गैंग की गिरफ्तारी के बाद संतोष कुमार की हत्या इसी गैंग के द्वारा किये जाने का दावा पुलिस कर रही है, लेकिन हत्या की मूल वजह क्या है और इसकी सुपारी किसने दी, इसका जवाब देने से पुलिस बच रही है. हालांकि पुलिस की तरफ से जो बात कही जा रही है, उसमें यह है कि पहले शंकर गैंग का सरगना बिरजू राय था. संतोष कुमार भी इसी गैंग का सदस्य था. एक बार बिरजू ने संतोष को थप्पड़ मार दिया था. इस बात से खार खाये संतोष ने शंकर और अन्य सहयोगियों की मदद से बिरजू की हत्या करवा दी. लेकिन संतोष ने शंकर और उसके गुर्गो को सुपारी की पूरी रकम नहीं दी थी. इसी को लेकर शंकर पूरे गैंग के साथ संतोष से अलग हो गया था और बदलना लेने के फिराक में था. जेल से छूटने के बाद शंकर ने अपराधी दुर्गेश शर्मा से संपर्क किया और संतोष को रास्ते से हटा दिया.
शंकर राय के खिलाफ हैं 11 मामले दर्ज
शंकर राय के खिलाफ अब तक कुल 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या, लूट, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट के आरोप हैं. इनमें सबसे ज्यादा पांच मामले सिर्फ बुद्धा कॉलोनी में दर्ज हैं. इसी तरह पाटलिपुत्र में दो, शास्त्रीनगर में एक, गांधी मैदान में एक, कोतवाली में एक तथा कोइलवर थाने में एक मामला दर्ज है. सबसे पहले पांच फरवरी, 2005 को बुद्धा कॉलोनी थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था.
राहुल पर सात और चंदन पर हैं दो मामले
शंकर गैंग का शार्प शूटर राहुल साहनी पर कुल सात आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके खिलाफ हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट तथा षड़यंत्र रचने का आरोप है. इसमें बुद्धा कॉलोनी थाने में चार मामले, एसकेपुरी में दो तथा कोइलवर में एक मामला दर्ज है. सबसे पहले बुद्धा कॉलोनी थाने में 19 अगस्त 2008 को मामला दर्ज हुआ था. इसके अलावा चंदन कुमार उर्फ भेली के खिलाफ एसकेपुरी में दो मामले दर्ज हैं.
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