मोकामा: हथिदह थाना क्षेत्र में असामाजिक तत्वों द्वारा की जानेवाली वसूली के विरोध में शुक्रवार को ट्रैक्टरचालकों ने पांच घंटे तक सड़क जाम रखा और प्रदर्शन किया. चालकों का आरोप था कि ट्रैक्टरों को राजेंद्र पुल पार कराना मिनी अवैध उद्योग बन चुका है और पुलिस के संरक्षण में स्थानीय असामाजिक तत्व पुल कराने के नाम पर राशि की उगाही करते हैं.
ट्रैक्टरचालकों ने कहा कि बाटा मोड़ से राजेंद्र पुल तक जान-बूझ कर जाम लगवाया जाता है , जो ट्रैक्टर पैसे देते हैं उनको ओवरटेक करवा कर पुल पार करवा दिया जाता है. आक्रोशित ट्रैक्टरचालक शुक्रवार तड़के तीन से चार बजे के बीच सड़क पर उतर आये. सुबह होने तक मरांची से राजेंद्र पुल तक वाहनों की कतार लग चुकी थी. जाम और प्रदर्शन करनेवाले ट्रैक्टरचालक बाहरी थे.
बाहरी ट्रैक्टरचालकों का आरोप था कि उनको दो से तीन दिन तक जाम में रहना पड़ जाता है , जबकि स्थानीय ट्रैक्टर दिन में दो बार पुल पार करते हैं. ट्रैक्टरचालकों में इस बात की गहरी नाराजगी थी कि पुल पार करने में दो दिन का समय लगने से उनको नुकसान उठाना पड़ता है. स्थानीय वाहन संचालकों ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि सारे ट्रैक्टरों के साथ यही समस्या है.
सुबह नौ बजे के बाद ही एनएच-80, बाटा मोड़ और एनएच-31 पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह सामान्य हो पाया. गौरतलब है कि राजेंद्र पुल पर लगनेवाला जाम वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. प्रशासन की कोई योजना जमीन पर उतरती नजर नहीं आ रही है.