पटना: माह-ए-रमजान रुख्सती की ओर है. जहां एक ओर रोजेदारों को विदा लेने का गम है, वहीं चेहरे पर खुशी की झलक की 25 रोजे पूरे कर लिये. शेष रोजे में खुदा की खूब इबादत करेंगे और खुदा को राजी करेंगे. चूंकि रमजान के महीने में एक नेकी का 72 गुना सवाब मिलता है, इसलिए कोई इसे छोड़ना नहीं चाहता. नतीजतन, नमाज हो या इफ्तार करना-कराना. हर जगह दावत-ए-इफ्तार की होड़-सी मची हुई है. ऐसा ही नजारा लगा समनपुरा में दावत-ए-इफ्तार में.
स्थान : राजाबाजार जमील कंपाउंड, समनपुरा. शाम छह बजे हैं. प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया है. मुसलमान भाइयों के अलावा सिर पर टोपी पहने नेताओं, विधायकों के आने का सिलसिला जारी है. एक तरफ करीने से कुरसी-टेबुल लगी है, तो दूसरी ओर जमीन पर ही दस्तरखान बिछी है और उस पर रखा है इफ्तारी का सामान. शाही खजूर, केला, सेव, काला जामुन, समोसा, चने की घुघनी, फुल्की, बैगन व बेसन का बचका और प्याज की कचरी भी.
साथ में रूह-अफ-जा की शरबत और आखिर में शीर की चाय. स्वाद भी लाजवाब. दावत-ए-इफ्तार में बिहार हज भवन कमेटी के अध्यक्ष अनिसुर रहमान कासमी, भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव किशोरी लाल शर्मा, परेश धनाना, बिहार प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष अशोक चौधरी, सांसद रामकृपाल यादव, कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्र, पूर्व विधान पार्षद मोहम्मद शमीम, विधायक जावेद अहमद व प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद आदि मौजूद थे.