जदयू से निकाले जाने के सवाल पर मांझी ने कहा कि मैं निकाला गया हूं या नहीं, इसका संवैधानिक पक्ष देखूंगा. जायज और नाजायज काम हो रहा है. गरीबों को शुरू से दबाया गया है और यहां भी कुछ वैसा ही हो रहा है. बहुमत के सवाल पर सीएम ने कहा कि कितने विधायकों का मुङो समर्थन है, यह विधानसभा में साबित कर दूंगा. कई विधायक मेरे साथ हैं, लेकिन वे लोग डर से चेहरा नहीं दिखाना चाहते हैं. पार्टी के अंदर कई महाबली लोग हैं. इसलिए उन्हें डर है कि अगर वे खुल कर साथ आ गये, तो उन्हें वे परेशान कर सकते हैं. वे लोग सब सदन में बहुमत साबित करेंगे.
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दोपहर 3 बजे मांझी राज्यपाल से मिले, गुप्त वोटिंग की मांग रखी
पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को दोपहर तीन बने राजभवन जाकर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की. उन्होंने बहुमत का दावा करने हुए राज्यपाल से कहा कि हमें सदन में बहुमत साबित करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने राज्यपाल से गुप्त मतदान कराने का अनुरोध किया. 25 मिनट की मुलाकात के बाद […]
पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को दोपहर तीन बने राजभवन जाकर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की. उन्होंने बहुमत का दावा करने हुए राज्यपाल से कहा कि हमें सदन में बहुमत साबित करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने राज्यपाल से गुप्त मतदान कराने का अनुरोध किया.
25 मिनट की मुलाकात के बाद राजभवन से बाहर आने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन राज्यपाल कहेंगे, हम विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे. राज्यपाल इसकी तारीख निर्धारित करें, हम तैयार हैं. सब कुछ राज्यपाल पर छोड़ा है. हमने राज्यपाल से अनुरोध किया कि विधानसभा में गुप्त मतदान के जरिये बहुमत साबित किया जाये और दोनों पक्षों के एक-एक नेता मतों की गिनती के समय वहां मौजूद हो. पूरी पारदर्शिता से यह काम हो जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल को मैंने जानकारी दी कि जदयू विधानमंडल दल के नेता के रूप में नीतीश कुमार का जो चयन हुआ है, वह असंवैधानिक है.
नीतीश कुमार को गलत ढंग से नेता चुना गया है. सात फरवरी को हुई जदयू विधानमंडल दल की बैठक असंवैधानिक है. वह विधानसभा के सदस्य भी नहीं हैं और विधानसभा ने उन्हें मान्यता दे दी है, जबकि मैं विधानसभा का नेता हूं. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से कहा कि वह स्पीकर भी रहे हैं. इस मामले की गंभीरता से देखेंगे. उन्होंने बताया कि 20 फरवरी को मैंने विधायक दल की बैठक बुलायी है और 19, 20 या 23 फरवरी को बहुमत साबित कर दूंगा. मैं शक्ति परीक्षण से नहीं भाग रहा हूं. इसके बावजूद जिन दिन राज्यपाल कहेंगे, मैं सदन में बहुमत साबित कर दूंगा.
इसके पहले करीब 12 बजे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दिल्ली से पटना लौटे, तो वह सीधे एक अणो मार्ग के लिए रवाना हो गये. उनके पटना लौटने के बाद समर्थक मंत्रियों ने उनसे मुलाकात की और रणनीति बनाते रहे. इधर, मांझी समर्थक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, रवींद्र राय, राहुल कुमार भी राजभवन पहुंच कर अपना पक्ष रखा.
भाजपा से भी लेंगे समर्थन : नरेंद्र
पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पक्ष में मुखर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि हम विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे. इसमें हम भाजपा से भी समर्थन लेंगे. पूरी रणनीति तैयार हो रही है. राजभवन में मुख्य सूचना आयुक्त के शपथ ग्रहण समारोह के बाद उन्होंने कहा कि जल्द ही कैबिनेट का भी विस्तार होगा. मुख्यमंत्री को जदयू से निष्कासित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तानाशाही और दलित विरोधी काम कर रहे हैं. यह लोकतंत्र की हत्यावाला कदम है. इसका बिहार की जनता जवाब देगी. पार्टी से निकालना असंवैधानिक है. नीतीश कुमार ने जो ढोंग रचा था, वह एक्पोज हो रहा है. दलित प्रेम की बात करते थे और जबरन दलित सीएम को हटाने और खुद सीएम बनने को व्याकुल हो गये हैं.
सीएम मांझी ने आज कैबिनेट की बैठक बुलायी
पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक बुलायी है. शाम चार बजे मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट सभागार में यह बैठक होगी. इसमें लिये जानेवाले फैसले को लेकर तरह-तरह की अटकलें शुरू हो गयी हैं.
जदयू से निकाले गये सीएम मांझी
सीएम जीतन राम मांझी को जदयू से निष्कासित कर दिया गया है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मांझी के निष्कासन करने की जो अनुशंसा की थी, उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने मंजूरी दे दी. मांझी पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अधिकार व दल के निर्णय को चुनौती देने, दल के हित के प्रतिकूल काम करने, भाजपा से मिल कर काम करने के आरोप लगाये गये थे. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि मांझी का आचरण घोर अनुशासनहीनता का परिचायक है. वह भाजपा के साथ मिल कर दल को हानि पहुंचा रहे हैं. ऐसे में उनको निकालने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था.
विधानसभा से भी असंबद्ध घोषित
सीएम मांझी को जदयू से निकाले जाने के बाद सोमवार को उन्हें बिहार विधानसभा में असंबंद्ध सदस्य घोषित कर दिया गया. विधानसभा के प्रभारी सचिव हरेराम मुखिया ने बताया कि जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के यह सूचना देने पर कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने मांझी को पार्टी से निकाल दिया है, उन्हें स्पीकर ने असंबद्ध सदस्य घोषित कर दिया.
कैबिनेट विस्तार पर लगायी रोक
राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने सीएम मांझी को कैबिनेट विस्तार करने से मना कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, मांझी ने मुलाकात के दौरान राज्यपाल से कैबिनेट विस्तार के लिए समय मांगा था. पर, संवैधानिक संकट को देखते हुए राज्यपाल ने कैबिनेट विस्तार से मना कर दिया है. मालूम हो कि शनिवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मांझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम कैबिनेट का विस्तार करेंगे और जरूरत पड़ने पर दो डिप्टी सीएम भी बनायेंगे.
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