पटना : राजधानी को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए परिवहन विभाग ने सभी पेट्रोल पंपों पर जांच केंद्र खोलने का निर्णय लिया है. इसके लिए इच्छुक लोगों से आवेदन मांगा गया है. फिलहाल राजधानी में 1.20 लाख वाहनों की जांच के लिए मात्र 20 केंद्र हैं. हालांकि, इन केंद्रों पर भी गाड़ी ऑनर जांच के लिए नहीं ले जा रहे हैं.
पिछले दिनों परिवहन विभाग द्वारा चलाये गये सघन वाहन प्रदूषण जांच अभियान के बाद यह निर्णय लिया गया है. पटना में 150 पेट्रोल पंप हैं. पेट्रोल पंपों पर डिप्लोमाधारी अभियंता ही प्रदूषण जांच केंद्र खोल पायेंगे. इसके लिए पांच हजार रुपये के बैंक ड्राफ्ट के साथ उन्हें परिवहन आयुक्त के यहां सभी जरूरी कागजात के साथ आवेदन देना होगा.
* इन क्षेत्रों में ज्यादा प्रदूषण
पटना में पटना सिटी, कंकड़बाग, डाकबंगला चौराहा और पटना जंकशन के आसपास का इलाका सर्वाधिक वाहन प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र है. इन इलाकों में 15 वर्षो में नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्र 28 प्रतिशत बढ़ी है. 1997-98 में इन इलाकों में नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्र 32 प्रतिशत थी, जो 2012-13 में 60 प्रतिशत हो गयी.
* कई पेट्रोल पंपों पर दो–चार से अधिक गाड़ियां लगाने की भी जगह नहीं है. कोई पंप मालिक अपनी मरजी से प्रदूषण जांच केंद्र नहीं खोल सकता. इसके लिए ऑयल कंपनियों से स्वीकृति लेनी होगी.
प्रभात सिंह, अध्यक्ष, पेट्रोल डीलर एसोसिएशन, पटना