बुधवार को फैसले की कॉपी देर शाम हाइकोर्ट के वेबसाइट पर जारी की गयी. अब गुरुवार को बागियों के अधिवक्ता शशिभूषण कुमार मंगलम विधानसभा के सचिव को हाइकोर्ट के आदेश की कॉपी सौंपेंगे. इसके बाद विधानसभा चारों विधायकों की सुविधाएं फिर से बहाल करेगी और उनकी सुविधाएं जो दो महीने से नहीं दी जा रही थी उसे देगी. विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि हाइकोर्ट का फैसला सही है. अब उस ऑर्डर को विधानसभा को कम्पलाइ करना है. ऑर्डर में स्पष्ट है कि विधायकों को बहाल करना है और वे हो गये हैं.
उन्होंने कहा कि विधानसभा को पिछले दो महीने का हमारे वेतन समेत टीए, डीए की राशि देनी है. अब उसे देने की वे कार्रवाई करेंगे. हाइकोर्ट ने फैसला दे कर साफ कर दिया कि स्पीकर ने गलत फैसला दिया था. ज्ञानू ने कहा जदयू और राजद का विलय नहीं होने जा रहा है. ज्यादा से ज्यादा नीतीश कुमार और लालू प्रसाद मिल सकते हैं और उनका विलय होगा. दोनों पार्टियां पूर्ववत रहेंगी. यह विलय व्यक्तिगत मजर्र हो सकता है, पार्टी बरकरार रहेगी. समता पार्टी से भी लोग अगल हुए थे, लेकिन पार्टी बरकरार रह गयी थी.