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शीतकालीन सत्र: बागियों की सदस्यता समाप्ति पर विपक्ष ने कहा ‘शेम शेम’

पटना: विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के संबोधन से आरंभ हुआ. पहले दिन की कार्यवाही विधानसभा के दिवंगत सदस्यों व पाकिस्तान के पेशावर में स्कूली बच्चों की नृशंस हत्या पर एक मिनट के मौन के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी. दूसरी ओर सदन को बागी […]

पटना: विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के संबोधन से आरंभ हुआ. पहले दिन की कार्यवाही विधानसभा के दिवंगत सदस्यों व पाकिस्तान के पेशावर में स्कूली बच्चों की नृशंस हत्या पर एक मिनट के मौन के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी. दूसरी ओर सदन को बागी विधायकों की सदस्यता समाप्ति की सूचना दी गयी.

इस दौरान भाजपा के सदस्य शेम-शेम कहने लगे. उधर, विधान परिषद में गया में एक तिलकुट व्यवसायी को राजद के पूर्व मंत्री व विधायक सुरेंद्र यादव के इशारे पर झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की कार्रवाई के खिलाफ भाजपा सदस्यों ने जम कर हंगामा किया.

विधानसभा में जदयू के चार बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सूचना सदन को दी गयी. जैसे ही यह सूचना विधानसभा सचिव ने पढ़नी शुरू की, विपक्ष में बैठे भाजपा के सभी सदस्यों ने एक स्वर से शेम-शेम कहना शुरू कर दिया. विधानसभा में अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने विस सचिव को चार विधायकों की सदन की सदस्यता रद्द करने की सूचना से सदन को अवगत कराने का निर्देश दिया. सचिव ने सदन को बताया कि बिहार विधानसभा सदस्य (दल परिवर्तन के आधार पर निर्हता) नियम 1986 के नियम 8(2( के तहत प्रतिवेदित किया कि विधानसभा द्वारा पंचदश बिहार विधानसभा के सदस्य ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ज्ञानू (बाढ़), राहुल कुमार(घोसी), नीरज कुमार सिंह (छातापुर) और रवींद्र राय (महुआ) को संविधान के अनुच्छेद 191 (2) एवं उसकी दसवीं अनुसूची के पारा 2(1)(क) तथा बिहार विधानसभा सदस्य (दल परिवर्तन के आधार पर निर्हता) नियम 1986 के अधीन निरर्हित घोषित किये गये हैं. एक नवंबर, 2014 के प्रभाव से विधानसभा में उक्त चार स्थान रिक्त हो गये हैं. साथ ही निरर्हित सदस्यों को पंचदश बिहार विधानसभा के पूर्व सदस्य के रूप में कोई सुविधा देय नहीं होगी.

कार्यमंत्रणा समिति का गठन : विस अध्यक्ष ने वर्तमान सत्र के लिए कार्यमंत्रणा समिति के सदस्यों के नामों की सूचना सदन को दी. विस के अध्यक्ष कार्यमंत्रणा समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सदस्य, सदानंद सिंह, श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, नंद किशोर यादव और अब्दुलबारी सिद्दीकी को इसका सदस्य बनाया गया है. विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान 26 को पेश होने वाली द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी 24 दिसंबर को ही विधानमंडल के दोनों सदन में पेश की जायेगी. कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने जानकारी दी.

शोक : विधानसभा के पहले दिन पेशावर के सैनिक स्कूल में स्कूली बच्चों के नृशंस हत्या व विधानसभा के आठ सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किया गया. सदन में एक मिनट का मौन रखा. सदन ने स्व. डा विश्वेश्वर खां, स्व रीझण राम, स्व बमभोला यादव, स्व संत प्रसाद सिंह, स्व प्रो पीएन शर्मा, स्व फैयाजुल आजम, स्व डा विजय कुमार सिंह और स्व इंद्र कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया गया.

अनुमत विधेयकों से सदन को कराया गया अवगत : प्रभारी सचिव हरे राम मुखिया ने विधानमंडल के दोनों सदनों से पारित विधेयक का एक विवरण सदन पटल पर रखा. राष्ट्रपति द्वारा 25 जुलाई को बंगाल, आगरा एवं असम व्यवहार न्यायालय (बिहार संशोधन) विधेयक 2013 और राज्यपाल द्वारा अनुमत विधेयक बिहार विनियोग (संख्या-2) विधेयक 2014, बिहार विनियोग (संख्या-3) विधेयक 2014, बिहार पंचायत राज (संशोधन) विधेयक 2014, बिहार चिकित्सा सेवा संस्थान और व्यक्ति सुरक्षा (संशोधन) विधेयक 2014, बिहार तकनीकी कर्मचारी चयन आयोग विधेयक 2014 और बिहार वित्त विधेयक 2014 की विवरणी पटल पर रखी गयी.

अध्यासी सदस्य मनोनीत : वर्तमान सत्र के संचालन के लिए चार सदस्यों को अध्यासी सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया. इसमें हरिनारायण सिंह, अब्दुलबारी सिद्दीकी, चंद्रमोहन राय और गुड्डी देवी शामिल हैं.

विधानपरिषद में भाजपा ने की नारेबाजी

विधान परिषद में सदन में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी ने सभापति के संबोधन के तत्काल बाद इस मामले को जोरदार तरीके से उठाते हुए आसन को जानकारी दी कि शुक्रवार को गया बंद का आह्वान किया गया है. शुक्रवार को गया की सभी दुकानें स्वत: स्फूर्त बंद हैं. उन्होंने इस मामले में राजद विधायक सुरेंद्र यादव और उनके अंगरक्षक व ड्राइवर के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं किये जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की. सभापति का संबोधन अभी समाप्त ही हुआ था कि नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी ने इस मुद्दे पर आसन का ध्यान आकर्षित किया. मोदी अभी अपनी बात रख ही रहे थे कि पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और नगर विकास मंत्री राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी भी सुशील मोदी से उलझ गये जबकि भाजपा सदस्य सदन के अंदर ही इस मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर नारेबाजी करने लगे. मोदी का कहना था कि जब से जदयू,राजद और कांग्रेस एक साथ आये हैं. तभी से बिहार में जंगलराज 2 का आगाज हो गया है. गया पुलिस ने इस मामले में एकतरफा कार्रवाई की है और उल्टे तिलकुट व्यवसायी को ही झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल में बंद कर दिया है जबकि तिलकुट व्यवसायी पूर्व फौजी रहा है और उसने लगातार 18 वर्षो तक देश की सीमा की रक्षा की है. ललन सिंह का कहना था कि पेशावर की घटना को लेकर जब सदन में शोक व्यक्त किया जा रहा था तब नेता प्रतिपक्ष को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए. हंगामे के बीच ही सभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार की सुबह तक स्थगित करने की घोषणा कर दी.

अध्यासी सदस्य के रूप में चार मनोनीत

विधान परिषद के शीतकालीन सत्र के लिए परिषद के चार सदस्यों को अध्यासी सदस्य बनाया गया है. इसकी घोषणा शुक्रवार को बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने की. सदन की कार्यवाही का सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आसन ने भाजपा सदस्य डॉ किरण घई सिन्हा, जदयू के डॉ रामवचन राय व हारूण रसीद और निर्दलीय सदस्य देवेंद्र चंद्र ठाकुर को अध्यासी सदस्य के रूप में मनोनीत किया है.

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