पटना: विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विपक्ष को उन्हीं की भाषा में सरकार के मंत्री जवाब देंगे. एक अणो मार्ग स्थित सीएम हाउस में जदयू विधानमंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने निर्देश मंत्रियों को दिये. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पहले दिन जिस प्रकार का आचरण किया है.
यह राज्य के लिए चिंता का विषय ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण है. एक तरफ दिवंगत नेताओं व पेशावर में आतंकी घटनाओं पर शोक संवेदना व्यक्त की जा रही थी और दूसरी तरफ तख्ती लेकर वे नारा लगा रहे थे. इस प्रकार के आचरण से सदन की मर्यादा समाप्त हो रही है.
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं है. वह सिर्फ मीडिया में बनी रहना चाहती है. सीएम ने सदस्यों से कहा कि सदन में उनकी उपस्थिति आवश्यक है.
विपक्ष का डट कर मुकाबला करना और उनके सभी सवालों का जवाब देना है. नियम 105 या नियम 143 के तहत बहस को हम तैयार हैं. विपक्ष से अपेक्षा है कि वे सकारात्मक सोच के साथ आयेंगे.
बैठक में विधायक व विधान पार्षदों ने कई मांग मुख्यमंत्री के सामने रखे. चापाकल लगाने पर बीपीएल परिवारों को चेक के माध्यम से भुगतान में हो रही समस्या को सदस्यों ने रखा. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा पहले जैसे नकद भुगतान किया जाता था वैसे ही चलेगा. मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना में बिना अनुमति के 15 लाख तक का टेंडर देने की बात भी उठी. मुख्यमंत्री ने भी माना कि सही समय पर योजना का काम नहीं हो रहा है. योजना में उचित संशोधन की तैयारी की जा रही है.
बैठक के बाद श्रवण कुमार ने कहा कि जदयू विधानमंडल दल की बैठक में पाकिस्तान के पेशावर में स्कूली बच्चों की आतंकियों द्वारा की गयी हत्या की निंदा की गयी. साथ ही केंद्र द्वारा लगातार बिहार में मनरेगा, इंदिरा आवास, प्रधानमंत्री सड़क व केंद्र प्रायोजित योजनाओं में राशि की कटौती पर खेद व्यक्त किया गया. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सभी मुद्दों को लेकर विधान मंडल दल काफी गंभीर है. सरकार विपक्ष को जवाब देने को हर मोरचा पर तैयार हैं. बैठक में सभी मंत्री, विधायक व विधान पार्षद मौजूद थे.