पटना सिटी: पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की अधिगृहीत भूमि पर बनाये गये मकानों को हटाने के प्रशासनिक फैसले के बाद कब्जा जमाये लोग भगवान की शरण में आ गये हैं. रविवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल मार्ग में स्थित दवा दुकान के बाहर ही टेंट – शामियाना लगा कर वैदिक रीति -रिवाज से पूजा-अर्चना के उपरांत 72 घंटे का रामचरित मानस पाठ आरंभ कराया है.
इधर , महिलाओं की टोली ने आशियाना छीनने से भयभीत होकर शिव चर्चा आरंभ की है. पूजा-पाठ में शामिल निर्मला गुप्ता, विमला देवी, सावित्री देवी, प्रमिला देवी आदि का कहना है कि प्रशासन को सद्बुद्धि आये, इसके लिए पूजा-अर्चना व धार्मिक अनुष्ठान आरंभ किया गया है. मानस पाठ का समापन बुधवार को होगा. बताते चलें कि शनिवार को प्रशासन की टीम नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल मार्ग में स्थित दवा दुकान व आइडीएच कॉलोनी में स्थित संस्थान को खाली कराने पहुंची थी. प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को गुस्सा, विरोध व तनातनी का सामना करना पड़ा था. इसके बाद प्रशासन की टीम वापस लौट गयी थी.
मालूम हो कि अस्पताल की 88 एकड़ भूमि पर करीब सात सौ कच्चे-पक्के मकान बने हैं. पक्के मकान के तौर पर 113 व कच्चे मकान के तौर 600 झोपड़ियों को चिह्न्ति किया गया है. उसी को तोड़ने के लिए न्यायालय के आदेश पर प्रशासन अभियान चलाने आयी थी.