आरा : इस साल आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफल रहा 13 वर्षीय सत्यम कुमार महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन की तरह बनना चाहता है. 20 जुलाई 1999 को जन्मे बिहार के भोजपुर जिले का निवासी और गरीब किसान सिद्धनाथ सिंह के बेटे ने इस साल लगातार दूसरी बार आईआईटी-जेईई परीक्षा में सफलता हासिल की.
परीक्षा में बैठने के लिए सीबीएसई से विशेष अनुमति मिलने के बाद उसने पिछले साल 12 साल की उम्र में आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी, लेकिन उसे 8137 रैंक मिली थी. उसने अपनी रैंक सुधारने के लिए इस साल फिर परीक्षा में हिस्सा लिया. 2013 की परीक्षा में सत्यम को ऑल इंडिया रैंक 679 मिला है. विलक्षण प्रतिभा के धनी इस बालक ने कहा, ‘‘मैं अपनी कम रैंक से संतुष्ट नहीं था इसलिए इस साल दोबारा परीक्षा में बैठा. इस साल बेहतर परिणाम आएगा इस बात से मैं पूरी तरह आश्वस्त था.’’
सत्यम की सफलता की गाथा काफी रोमांचक है. स्थानीय वीर कुंवर सिंह कॉलेज में क्लर्क, उसके चाचा पशुपति सिंह बताते हैं कि कक्षा आठ तक इस बच्चे को औपचारिक शिक्षा नहीं मिली. परिवार की खराब आर्थिक हालत के कारण ऐसा हुआ. इसके साथ ही गांव के सरकारी स्कूल में बुनियादी शिक्षण सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी. इस बच्चे का कहना है कि वह नोबेल पुरस्कार विजेता अल्बर्ट आइंस्टीन की तरह असाधारण काम करना चाहेगा.