पटना: ईश्वरदयाल अस्पताल से गिरफ्तार माओवादी इंद्रजीत उर्फ कपिल यादव का ठीक से इलाज नहीं हो रहा है. कपिल के मामा अरविंद यादव का आरोप है कि जब से पुलिस ने अस्पताल के एमडी जीडी चौपाल व डॉ मायानंद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, तभी से दोनों ने अस्पताल आना छोड़ दिया है. पुलिस से बचने के लिए वे भूमिगत हो गये हैं.
इसी कारण अस्पताल में भरती इंद्रजीत का ठीक से इलाज नहीं हो रहा है. उन्होंने प्रशासन से इंद्रजीत का बेहतर इलाज करने की गुजारिश की है. कपिल ने ही झारखंड के लातेहार में सीआरपीएफ के जवानों के पेट में आइइडी (विस्फोटक उपकरण) लगाया था. हालांकि, तकनीकी कारणों से वह फटा नहीं था. बाद में सीआरपीएफ की गोली का शिकार होकर वह चोरी-छिपे पत्रकारनगर स्थित ईश्वर दयाल अस्पताल में इलाज करा रहा था. पुलिस ने उसे बुधवार को यहां उसे गिरफ्तार किया था.
इसके बाद उसके चार और साथियों उमेश, संतोष, भवानी उर्फ मुन्ना एवं अरुण सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. ये लोग जहानाबाद जेल ब्रेक की घटना को अंजाम देने के साथ ही बेऊर,जमुई व अन्य जेलों को उड़ाने की साजिश में शामिल थे. ये सभी माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी के सदस्य देव कुमार सिंह उर्फ अरविंद सिंह उर्फ मास्टर साहब के साथ ही काम करते थे. उनके ही इशारे पर इंद्रजीत को इलाज के लिए ईश्वर दयाल अस्पताल में भरती कराया गया था.